सेहवान: सिंधु हाईवे पर टोल प्लाजा के पास एक मुसाफिर वैन के गड्ढे में गिर जाने से 12 बच्चों समेत 20 लोगों की मौत हो गई इसके अलावा एक दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हो गए हैं. पुलिस के मुताबिक सिंधु हाईवे पर बाढ़ का पानी निकालने के लिए कट लगाया गया था. बाढ़ के हालात के 2 महीने बाद भी कट व गड्ढे नहीं भरे गए जिसकी वजह से हादसा पेश आया. सभी लाशों और जख्मियों को अब्दुल्ला शाह अब्दुल्ला शाह मेडिकल साइंस में ले जाया गया है. 


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डीसी जमशोरो के मुताबिक मरने वाले एक ही परिवार के थे, जो कलंदरलाल शाहबाज की दरगाह पर दर्शन करने आए थे. उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान अभी नहीं हो पायी है, लेकिन वे एक ही परिवार के हैं और वाहन का चालक भी एक ही परिवार का है. डिप्टी कमिश्नर मुताबिक ये परिवार कलंदरलाल शाहबाज की दरगाह पर दर्शन करने आए थे. उन्होंने कहा कि वैन के ड्राइवर को सड़क पर ट्रेफिक रोकने के लिए लगाए गए बेरिकेड्स का अंदाजा नहीं था और वहां बाढ़ का पानी जमा हो गया था, लेकिन हाईवे के दूसरी सड़क साफ थी.


अब्दुल्ला शाह मेडिकल साइंस के डायरेक्टर डॉ. मोईन सिद्दीकी के मुताबिक, मरने वालों में 8 महिलाएं शामिल हैं.



पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने हादसे पर दुख जताया है और कहा है कि वे हादसे में अपनों को खोने वाले परिवारों के दुख में शामिल हैं.


इस हाइवे पर पहले भी हो चुके हैं हादसे
इससे पहले 11 अक्टूबर को सिंधु हाईवे पर कराची जा रहे कोच और ट्रक की टक्कर में तीन महिलाओं और दो बच्चों समेत 11 लोगों की मौत हो गई थी. जमशोरो के सीनियर पुलिस सुप्रिटेंडेंट जावेद बलूच ने तस्दीक की कि कोच बहावलपुर से आ रहा था, जब वह मंझंड इलाके में फाटक के पास एक ट्रक से टकरा गया. उन्होंने कहा कि हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 2 बच्चे, 3 महिलाएं और 6 पुरुष शामिल हैं, जबकि 13 यात्री घायल हो गए.


इस साल मई में जमशोरो जिले के सिंधु हाईवे पर एक वैन और ट्रक की भयानक टक्कर में 15 लोगों की मौत हो गई थी और 6 जख्मी हो गए थे. डीसी फरीदुद्दीन मुस्तफा ने कहा था कि हादसा सिंधु हाईवे (जमशोरो-मांझंड) के पास हुआ जहां नेशनल हाईवे अथॉरिटी (एनएचए) के ज़रिए हाईवे पर विकास कार्य में देरी की जा रही है.


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