Hamas-Israel War Update: अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रविवार को इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक का दौरा किया. जंग शुरू होने के बाद ये ब्लिंकन का दूसरा मिडिल ईस्ट दौरा है. ऐसा माना जा रहा कि ये दौरा अरब रीजन में इजराइल के खिलाफ बढ़ते गुस्से को देखते हुए किया गया है. ब्लिंकन ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से राजधानी रामल्ला में मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने बग़दाद में इराक के राष्ट्रपति मौहम्मद शिया अल-सुदानी से भी मुलाकात की.   


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"गाज़ा में सरकार चलाए फातेह"


अरब देश जंग में ना कूदे यह सुनिश्चित करने के साथ-साथ ब्लिंकन इस बात पर भी चर्चा शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं कि हमास के पूरी तरह से खात्मे के बाद गाजा पर कौन शासन करेगा. इज़राइल जंग की शुरुआत से ही कहता आया की वह हमास के खात्मे तक जंग नहीं रोकेगा. फिलिस्तीनी न्यूज एजंसी WAFA के मुताबिक अब्बास ने ब्लिंकेन को बताया कि "गाजा उनके राज्य का हिस्सा है. लेकिन गाजा पर शासन का फैसला दशकों से चली आ रही लड़ाई के समाधान का एक हिस्सा होगा. जिसमें पूर्वी येरुशलम और गाजा पट्टी सहित पूरा वेस्ट बैंक शामिल हैं." अल-जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक ब्लिंकन और मेहमूद अब्बास की मीटिंग बहुत ही कम वक्त तक चली और बिना किसी की जॉंइट मीटिंग या स्टेटमेंट के खत्म हो गई. जिसका यही मतलब समझा जा रहा है कि दोनों नेताओं में कई बातों पर सहमती नहीं बन पाई.


सीजफायर पर जोर


फिलिस्तीनी राष्ट्रपति ने सीजफायर के लिए जोर दिया कि "हम फिलिस्तीनी लोग सीजफायर चाहते हैं और अमेरिका से भी यही चाहते हैं." लेकिन अमेरिका मानवीय सहायता के लिए तो विराम की वकालत कर रहा है पर पूरी तरह से युद्ध विराम के समर्थन में नहीं है. 


ब्लिंकन के दौरे का विरोध 


ब्लिंकन के दौरे का वेस्टबैंक की सड़कों पर विरोध देखने मिला. ब्लिंकन इजराइल के चैक पॉइंट्स से गुजरते हुए वेस्ट बैंक पहुंचे थे, जिसकी खबर मिलने के बाद वहा के लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की.