लंदनः कारोना काल (COVID 19) में पार्टीगेट कांड में बुरी तरह फंसे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ( British Prime Minister Boris Johnson) की कुर्सी बच गई है. यानी मंगलवार को उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव जीत लिया है. वह अब प्रधानमंत्री के रूप में अपने पद पर बने रहेंगे. दरअसल, उन्हीं की कंजरवेटिव पार्टी के सांसदों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. 
कंजर्वेटिव पार्टी (Conservative Party) के 211 सदस्यों ने उनके पद पर बने रहने के पक्ष में मतदान किया, जबकि 148 ने उनके खिलाफ वोट किया. जॉनसन ने कहा कि यह मतदान व्यापक रूप से उनके पक्ष में रहा, क्योंकि 41.2 फीसदी के मुकाबले 58.8 फीसदी ने उनी हिमायत में मतदान किया. कंजरवेटिव पार्टी  (Conservative Party) के मौजूदा नियमों के तहत, अब जॉनसन कम से कम एक साल तक किसी अन्य अविश्वास प्रस्ताव का सामना नहीं करेंगे.


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जॉनसन ने लॉकडाउन के दौरान तोड़ा था नियम 
जॉनसन की नेतृत्व पर उस वक्त खतरा मंडराने लगा, जब उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने वाले कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों की संख्या 54 के पार हो गई थी. यह संख्या कुल सांसदों का 15 फीसदी है. दरअसल, साल 2020 और 2021 में कोविड लॉकडाउन के दौरान डाउनिंग स्ट्रीट पर जॉनसन ने अपने करीबीयों और कुछ मंत्रियों के साथ पार्टी की थी. नियमों का उल्लंघन करने पर ब्रिटिश पुलिस ने उन पर जुमार्ना लगाया था और इस तरह वह कानून तोड़ने पर दंडित होने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए थे.


विश्वास मत जीतने के बाद जॉनसन ने मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई 
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन मंगलवार को कैबिनेट बैठक कर रहे हैं. जॉनसन (57) ने मंगलवार को डाउनिंग स्ट्रीट से एक बयान में कहा, “यह एक ऐसी सरकार है जो इस देश के लोगों की सबसे ज्यादा परवाह करती है.” उन्होंने कहा, ’’हम कड़ी मेहनत करने वाले ब्रिटिश लोगों के पक्ष में हैं.” 


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