इजरायल ने गाजा पर शुरू किए हमले, युद्धविराम के दूसरे दिन 100 से ज्यादा लोगों की मौत
Israel Hamas: इजरायल और फिलिस्तीन के दरमियान बीते कल सीजफायर समझौता खत्म हो गया. इसके बाद इजरायल ने हमला पर हमले शुरू कर दिए. इन हमलों में इजरायल के 109 लोगों की मौत हुई है.
Israel Hamas: गाजा में हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि दोनों पक्षों के बीच सात दिवसीय युद्धविराम शुक्रवार सुबह खक्त हो गया. इसके कुछ घंटों बाद गाजा पट्टी पर इजरायली हवाई हमलों में 100 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-केदरा ने एक प्रेस बयान में कहा कि गाजा पट्टी में इजरायली हवाई हमलों में लगभग 109 फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं.
सीजफायर का उल्लंघन
अल-क़ेदरा के अनुसार, मृतकों में दो फ़िलिस्तीनी पत्रकार भी शामिल थे. रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल और हमास 24 नवंबर को मानवीय संघर्ष विराम पर सहमत हुए थे. इजरायल की तरफ से हमास पर सीजफायर समझौते का उल्लंघन करने और इजरायली इलाके पर गोलीबारी करने का इल्जाम लगा. इसके बाद, दोनों पक्षों के बीच शुक्रवार सुबह से फिर जंग शुरू हो गई.
हवाई हमला
आपको बता दें कि हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया. इस दौरान उसने 5 हजार राकेट दागे. इसके नतीजे में इजरायल के करीब 1400 लोगों की जान चली गई थी. इसके बाद इजरायल ने हमास के अधिपत्य वाले इलाके गाजा में हवाई हमले शुरू किए. इन हमलों में गाजा बुरा तरह से बर्बाद हो गया. यहां खाने-पीने और जरूरी चीजों की कमी हो गई. हजारों लोग मारे गए और लाखों लोग अपने घर छोड़कर चले गए.
जमीनी हमला
इसके बाद इजराल ने गाजा में हमास को खत्म करने के लिए जमीनी हमले शुरू किए. दुनियाभर के कई मुस्लिम देशों ने इजरायल की इस कार्रवाई की निंदा की. ईरान ने तो अंजाम भुगतने की धमकी दी. लेकिन इजरायल ने नहीं माना. गाजा में फ्यूल की कमी की वजह से अस्पताल पुरी तरह बंद हो गए. अधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि यहां 15 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई.
खत्म हुआ सीजफायर
इसके बाद कतर की पहल से दोनों के दरमियान सीजफायर हुआ. इजरायल और फिलिस्तीन दोनों ने एक दूसरे के कैदी रिहा किए. इस दौरान गाजा के प्रभावित इलाकों में मदद पहुंची. बीते कल शुक्रवार को दोनों के दरमियान सीजफायल खत्म हुआ. इसके बाद इजरायल ने दोबारा गाजा बर हमले शुरू किए हैं. इन हमलों में 100 से ज्यादा फिलिस्तीनी हलाक हुए.