Explosions at Pakistani counter terrorism ammunition store kill at least 13:  उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान में आतंकवाद रोधी आयुध डिपो में सोमवार को हुए दो भीषण विस्फोटों में कम से कम 13 पुलिसकर्मी की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए. मंगलवार को पुलिस ने यह जानकारी दी है. प्रांतीय पुलिस प्रमुख अख्तर हयात ने बताया कि विस्फोटों ने उत्तर-पश्चिमी स्वात घाटी में आतंकवाद निरोधी डिपो को दहला दिया है, जिस पर 2009 में एक सैन्य अभियान के पहले तक इस्लामिक उग्रवादियों का नियंत्रण था. आयुध डिपो के एक प्रवक्ता ने बाद में जारी एक बयान में कहा है कि शायद बिजली के शॉर्ट-सर्किट के कारण डिपो में आग लगी होगी. वहां बाहर से हुए हमले का अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है. 


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उग्रवादियों ने इसी इलाके में 2012 में नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई को भी गोली मार कर घायल कर दिया. पाकिस्तानी तालिबान के पूर्व प्रमुख मुल्ला फजलुल्लाह का यह इलाका जन्मस्थान भी रहा है, जो 2018 में पड़ोसी अफगानिस्तान में हवाई हमले में मारा गया था. एक अन्य प्रवक्ता ने कहा कि विस्फोट के हर पहलुओं की जांच की जा रही है.  हयात ने कहा कि विस्फोटों में मारे गए ज्यादातर पुलिस आतंकवाद रोधी दस्ते के अफसर थे. उन्होंने कहा कि इमारत के पास से गुजर रही एक महिला और उसका बच्चा भी इस विस्फोट में मारा गया.


आतंकवाद रोधी विभाग के क्षेत्रीय प्रमुख सोहेल खालिद ने पत्रकारों को बताया कि विस्फोट कोई आत्मघाती हमला या आतंकवादी हमला नहीं लग रहा था, लेकिन हमने मामले की जांच के लिए हमने अपने सभी विकल्प खुले रख रहे हैं. एक अस्पताल प्रशासन ने कहा कि उसने कई घायल लोगों को इलाज के लिए भर्ती कराया, जिनमें से कुछ की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है. 


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