रियादः सऊदी अरब को हमेशा से एक कट्टर इस्लामी मुल्क के तौर पर देखा जाता रहा है. वहां शरिया कानून लागू हैं. हांलाकि पिछले कुछ सालों से क्राउन प्रिंस मोहम्‍मद बिन सलमान के सत्ता संभालने के बाद वहां एतिहासिक बदलाव देखने को मिल रहे हैं. खासकर महिलाओं की बात करें तो हाल के वर्षों में उन्हें गाड़ी चलाने का लाइसेंस, बिना मेहरम के घूमने की इजाजत दी गई है. पिछले साल वहां सिनेमा हॉल भी खोल दिए गए हैं. ताजा मामला फैशन शो का है, जिसे देखकर पूरी दुनिया हैरत में पड़ गई है. हालांकि इसके लिए सलमान को आलोचनाओं का भी समाना करना पड़ रहा है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पहली बार साल 2018 में हुआ था फैशन वीक 
पहली बार रियाद में साल 2018 में फैशन वीक का आयोजन किया गया था. इसमें दुनिया भर की फैशन मॉडलों ने हिस्सा लिया था. उस वक्त फैशन वीक में पुरुषों को एंट्री दी गई थी, लेकिन कैटवॉक के समय किसी भी तरह की फोटोग्राफी बैन थी. हालिया फैशन वीक पिछले 25 अगस्‍त को हुआ था. इसमें दुनियाभर के फैशन डिजायनरों ने हिस्सा लिया था. हालांकि इस बात का खास ख्याल रखा गया था कि फैशन सऊदी की संस्कृति के अनुरूप हो और इसमें किसी तरह की अश्लीलता नहीं हो. इस फैशन वीक में कई पुरुषों को भी देखा गया, जो रैंप पर कैटवॉक करती मॉडलों को निहार रहे थे. गौरतलब है कि सऊदी अरब की फैशन इंडस्‍ट्री लगातार बढ़ती जा रही है. साल 2022 में इस इंडस्‍ट्री से देश की सरकार को 3.88 बिलियन डॉलर का राजस्व मिलने की उम्‍मीद है. 

सलमान के सुधारों से डर रहे हैं लोग 
उल्लेखनीय है कि साल 2015 में मोहम्मद बिन सलमान को क्राउन प्रिंस बनाया गया था और तब से उन्‍होंने कई तरह के बदलाव किए हैं. खास कर वह महिला अधिकारों और सुधारों को लेकर काफी प्रतिबद्ध हैं. एमबीएस साल 2030 तक देश को बदलना चाहते हैं और इसलिए अब देश की तरक्की में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना चाहते हैं. हालांकि सलमान के इस कदम की आलोचना भी की जा रही है. सऊदी अरब की एक महिला ने फैशन वीक को देश के लिए शर्मनाक करार दे दिया है.


ऐसी ही दिलचस्प खबरों के लिए विजिट करें zeesalaam.in