Pakistan News: पाकिस्तान की मुसीबत दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. इस बार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है. वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने मंगलवार को पाकिस्तान की रेटिंग घटा दी है. रेटिंग एजेंसी फिच ने पाकिस्तान की दीर्घकालिक विदेशी मुद्रा जारीकर्ता डिफॉल्ट रेटिंग (IDR) 'CCC+' से घटकर 'CCC-' कर दी है. रेटिंग एजेंसी का मानना है कि पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार की कमी है. उसके पास नकदी की लगातार कमी हो रही है. 


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इसलिए घटी रेटिंग


फिच ने चार महीने पहले ही CCC+ की रैंकिंग में संशोधन किया था. इसके कुछ ही दिनों बाद यह गिरावट आई है. फिच के मुताबिक पाकिस्तान की रेटिंग घटना इस बात की तरफ इशारा करता है कि पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार में काफी कमी आई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार तीन अरब डॉलर ही बचा है. वह IMF से लोन लेने के लिए हर शर्त मानने को तैयार है.


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पाकिस्तान के लिए बने हैं जोखिम


पाकिस्ता को दिवालिया रूप से बचने के लिए IMF से राहत पैकेज की बहुत ज्यादा उम्मीद है. इस बीच कई रेटिंग एजेंसियों का कहना है कि पाकिस्तान भले ही IMF प्रोग्राम को पटरी पर लाने में कामयाब हो जाए लेकिन उसकी फंडिंग के लिए जोखिम बने हुए हैं. एजेंसियों ने कहा कि 3 फरवरी तक पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार केवल 2.9 बिलियन डॉलर था. यह तीन हफ्ते से भी कम आयात के लिए काफी नहीं है. 


IMF से नहीं हुआ समझौता


पाकिस्तान आर्थिक राहत देने के लिए IMF के एक प्रितनिधिमंडल ने पाकिस्तान के अधिकारियों से 1 दिन तक बातचीत की थी लेकिन ये डील पक्की नहीं हो सकी और यह प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान से वापस लौट गया. पाकिस्तान के वित्तमंत्री के मुताबिक इस बातचीक को आगे बढ़ाने के लिए कुछ ठोस कदमों की जरूरत है.


पाकिस्तान में बिजली महंगी


ख्याल रहे कि पाकिस्तान इन दिनों बुरे दौर से गुजर रहा है. यहां अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने बिजली की दरों को बढ़ा दिया है. किसानों को दी जाने वाली बिजली पैकेज पर सब्सिडी घटा दी है. एक मार्च से ये आदेश प्रभाव में आ जाएगा.


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