नई दिल्लीः  नई दिल्लीः पाकिस्तानी के पूर्व प्रधानमंत्री मंत्री इमरान खान को  सुरक्षा बलों ने मंगलवार को इस्लामाबाद में गिरफ्तार कर लिया है.जियो टीवी ने बताया कि क्रिकेटर से नेता बने खान को भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है. खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) द्वारा साझा की गई गिरफ्तारी के फुटेज में दंगा-नियंत्रण वाहन में सुरक्षाकर्मियों द्वारा खान को ले जाते हुए दिखाया गया है. कई मामलों में उन्हें जमानत मिल गई थी और सुनवाई में पेशी से छूट भी मिली हुई थी. इसके बावजूद उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही थी. इमरान खान को रिश्वत के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है.  इमरान खान के खिलाफ तोशखाना सहित कई मुकदमे चल रहे हैं. आज इस्लामाबाद हाई कोर्ट में उनकी पेशी थी. 


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सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने गिरफ्तारी पर टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया है.


गौरतलब है कि इमरान खान पर भ्रष्टाचार के 100 से अधिक मामले चल रहे हैं. पिछले साल अप्रैल में संसद में विश्वास मत खो देने के बाद उनकी सरकार गिर गई थी और इसके बाद से उनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए थे. कई मामलों में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल चुकी है.  
इससे पहले खान को उनके लाहौर स्थित घर से गिरफ्तार करने के प्रयासों के परिणामस्वरूप उनके समर्थकों और कानून प्रवर्तन कर्मियों के बीच भारी संघर्ष हुआ था.
पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता बेहद आम है, जहां कोई प्रधान मंत्री अपना पूरा कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है. देश के लगभग आधे इतिहास में सेना ने शासन किया है. 


गिरफतारी के बाद लोगों ने सरकार की आलोचना की है और कहा है कि उन्हें आईएसआई चीफ, आर्मी चीफ और सरकार के खिलाफ बोलने की कीमत चुकानी पड़ी है. गिरफ्तार के बाद इमरान के समर्थक भड़क गए हैं. इसे देखते हुए सिक्यूरिटी सख्त कर दी गई है.  इमरान खान की पार्टी पीटीआई के नेता मुराद सईद ने आरोप लगाया है कि रेंजर्स ने उनके नेता को न सिर्फ गिरफ्तार किया है बल्कि इमरान खान सहित उनके साथ कोर्ट पहुंचे नेताओं और उनके सिक्यूरिटी गार्ड के साथ बुरी तरीके से मारपीट भी की है. 



इस बीच इमरान खान का एक वीडियो संदेश सोशल मीडिया पर रिलीज किया गया है, जिसमें वह देश के लोगांं को खिताब करते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में इमरान खान कहते नजर आ रहे हैं, ’’ आज अगर आप अपने अधिकारों के लिए खड़े नहीं हुए तो आप हमेशा के लिए खुद को और अपनी आने वाली पीढ़ियों को भ्रष्ट अभिजात वर्ग और उनके समर्थकों के हवाले कर देंगे. उनकी तकदीर में उनकी गुलामी करने लिख देंगे. पाकिस्तान को आजादी चाहिए और हमें अपने मौलिक अधिकारों के लिए लड़ना होगा. 


गौरतलब है कि अप्रैल 1996 में, खान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की स्थापना की थी और पार्टी के राष्ट्रीय नेता बन गए थे. खान ने 2007 में मुशर्रफ द्वारा आपातकाल लागू करने का मुखर विरोध किया था, जिसके बाद नवंबर में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. खान ने 2008 के आम चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया था, यह कहते हुए कि वे तटस्थ तरीके से आयोजित नहीं किए जा रहे है. जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ की पार्टी के मोजूदा सरकार के वह मुखर आलोचक हैं.



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