Gaza 100: गाजा में इजराइल की तरफ से किए जा रहे हमले के खिलाफ दुनिया भर में हजारों लोग सड़कों पर उतर रहे हैं. रविवार को जंग के 100 दिन पूरे होने जा रहे हैं. शनिवार को मलेशिया, दक्षिण अफ्रीका, यूनाइटेड किंगडम और इंडोनेशिया में रैलियों के साथ-साथ थाईलैंड, जापान, इटली, ग्रीस और पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शनों में लोग जमा हुए. फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, ये प्रदर्शन "फ़िलिस्तीन के लिए कार्रवाई के वैश्विक दिवस" ​​का हिस्सा हैं. यह उस रक्तपात को खत्म करने की मांग करते हैं जिसमें 23,843 लोग मारे गए हैं और 60,317 से अधिक घायल हुए हैं.


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अमेरिका खिलाफ प्रदर्शन
कुआलालंपुर में, लोग इज़राइल के कट्टर सहयोगी को संदेश भेजने के लिए संयुक्त राज्य दूतावास के बाहर जमा हुए. इजरायल के सहयोगी अमेरिका ने सीजफायर के लिए संयुक्त राष्ट्र के कई प्रस्तावों को वीटो कर दिया.


इजरायल के खिलाफ प्रोटेस्ट
जकार्ता में अमेरिकी दूतावास के बाहर भी हजारों लोग जमा हुए, उन्होंने इंडोनेशियाई और फिलिस्तीनी झंडे लहराए और तख्तियां पकड़ रखी थीं जिन पर लिखा था, "इजरायल का बहिष्कार करें" और "अभी सीजफायर हो". जोहान्सबर्ग में, इस हफ्ते अंतर्राष्ट्रीय अदालत में इज़राइल के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के नरसंहार के मामले से प्रेरित विरोध प्रदर्शन के लिए प्रदर्शनकारी अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के बाहर जमा हुए. यहां भीड़ में से कई लोगों ने अमेरिका पर, जिसने जंग शुरू होने के बाद से इज़राइल को हजारों टन सैन्य उपकरण भेजा, "फिलिस्तीनी लोगों पर बमबारी में मिलीभगत" का इल्जाम लगाया.


क्या है मामला?
आपको बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने इजरायल पर हमला किया. इन हमलों में अजरायल के 1400 लोग मारे गए और 200 से ज्यादा लोग बंधक बनाए गए. इसके जवाब में इजरायल ने फिलिस्तीन के गाजा इलाके पर हमला करना शुरू किया. इन हमलों में अब तक गाजा में 24 हजार लोग मारे गए हैं. 60 हजार लोग घायल हुए हैं. हमलों की वजह से 2 लाख लोगों ने अपने घर छोड़ दिए हैं.


एक हफ्ते की जंगबंदी
संयुक्त राष्ट्र संघ में इजरायल और हमास के दरमियान जंगबंदी का प्रस्ताव पेश किया गया है. लेकिन इस पर अमेरिका ने वीटो कर इसे रोक दिया. जंग में कतर की वजह से 1 हफ्ते का विराम हुआ था. इस दौरान गाजा में पीड़ित लोगों को कुछ राहत सामग्री पहुंचाई गई.