वाशिंगटनः अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) ने मंगलवार को तस्दीक की है कि वह अगले महीने सऊदी अरब (Saudi Arabia) की यात्रा करेंगे और उसके नेताओं से मुलाकात करेंगे. बाइडन का सऊदी अरब की यात्रा पर जाना उस मुल्क को लेकर उनके रुख में नाटकीय बदलाव को दर्शाता है. बाइडन ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर अपनी प्रचार मुहिम के दौरान सऊदी अरब को 'परित्यक्त’ बनाने का अहद लिया था. 
बाइडन पश्चिम एशिया की अपनी यात्रा के दौरान सबसे पहले इजराइल जाएंगे और इजइराली प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट से मुलाकात करेंगे. इसके बाद वह वेस्ट बैंक में महमूद अब्बास समेत फलस्तीनी नेताओ से मुलाकात करेंगे. यात्रा के आखिरी पड़ाव में वह जेद्दाह जाएंगे. सऊदी अरब ने एक बयान में कहा कि सऊदी अरब राष्ट्रपति बाइडन का इस्तकबाल करने और हमारी साझेदारी का अगला अध्याय तय करने के लिए उत्सुक है. 

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अमेरिका के रूख में आया भारी बदलाव 
बाइडन मानवाधिकारों को लेकर सऊदी अरब के खिलाफ रहे अपने पहले के रुख को बदलते हुए दिखाई दे रहे हैं. वह ऐसे वक्त में उसके साथ अपने संबंधों में बदलाव करना चाहते हैं, जब देश-दुनिया में ईंधन के दाम की बढ़ती कीमतों की समस्या से अमेरिका तेल समृद्ध सऊदी अरब की मदद से निपट सकता है. वह इस दौरान सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से भी बातचीत करेंगे. अमेरिकी खुफिया अफसरों का कहना है कि अमेरिका के पत्रकार जमाल खशोगी की 2018 में कत्ल किए जाने का हुक्म संभवतः प्रिंस सलमान ने दिया था. 

डेमोक्रेटिक नेताओं ने बाइडेन के सऊदी यात्रा का किया विरोध 
वहीं, मानवाधिकार समर्थकों और डेमोक्रेटिक पार्टी के कुछ नेताओं ने बाइडन को सऊदी अरब की यात्रा नहीं करने को कहा है. मानवाधिकार को लेकर उसकी प्रतिबद्धताएं हासिल किए बिना यात्रा करने से सऊदी नेताओं को संदेश जाएगा कि मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन करने पर भी उसे कोई नतीजा उसे नहीं भुगतना पड़ेगा.


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