Hijab Controversy: ईरान में इन दिनों हिजाब पर विवाद छिड़ा हुआ है. यहां महसा अमीनी (Mahsa Amini) की कथित तौर पर हिरासत में हुई मौत के बाद महिलाएं हिजाब का विरोध कर रही हैं. महिलाएं विरोध के तौर पर हिजाब जला रही हैं और अपने बाल भी कटा रही हैं. इसकी गूंज भारत में भी सुनाई देने लगी है. उत्तर प्रदेश के वाराणसी में कुछ महिलाएं हिजाब के खिलाफ विरोध कर रही हैं. ये महिलाएं ईरान की महिलाओं की आवाज में आवाज मिला रही हैं. महिलाएं पूछ रही हैं कि हिजाब जरूरी है कि जिंदगी?


प्रदर्शनकारियों ने जलाए हिजाब


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बता दें कि ईरान में प्रदर्शन के दौरान महिला प्रदर्शकारियों ने अपने हिजाब जलाए और बाल भी कटाए. यहां महिलाएं पर्दे का विरोध कर रही हैं. महसा अमीनी की हिरासत में हुई मौत की जांच शुरू कर दी गई है. ईरान में महिलाओं का हिजाब पहनना अनिवार्य है. 


हिरासत में हुई अमीनी की मौत


ख्याल रहे कि 22 साल की महसा अमीनी को हिजाब नहीं पहनने पर 13 सितंबर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. खबरें हैं कि पुलिस ने महसा अमीनी को हिरासत में टार्चर किया था जिसके बाद वह कोमा में चली गईं थी. इसके तीन दिन बाद महसा अमीनी की मौत हो गई थी. 


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दरअसल महसा अमीनी परिवार के साथ तेहरान घूमने गईं थीं. इस दौरान उन्होंने हिजाब नहीं पहना था. बताया जाता है कि मंगलवार को हिजाब न पहनने के जुर्म में धार्मिक मामलों की पुलिस ने महसा अमीनी को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद उनकी बुरी तरह पिटाई की थी. इसके बाद खबर आई कि उनकी मौत हो गई. 


ईरान पुलिस क्या कहती है 


ईरान की पुलिस का कहना है कि अमीनी की मौत पुलिस हिरासत में टॉर्चर से नहीं हुई. पुलिस के मुताबिक "महसा अमीनी की मौत हार्ट अटैक से हुई है." महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान की चारों तरफ से आलोचना होने लगी है. इसी के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने महसा अमीनी की मौत की जांच के आदेश दिए गए हैं.


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