पीएम मोदी जी-20 समिट के लिए जब इंडोनेशिया पहुंचे हैं उसी वक्त अमेरिकी फौज भारत के उत्तराखंड में भारतीय फौज के साथ साझा मश्क करने के लिए भारत पहुंची है. अमेरिकी फौज 16 नवंबर यानी आज उत्तराखंड में जंगी मश्क के लिए उत्तराखंड पहुंची है. भारतीय फौज यहां अगले दो हफ्तों तक माउंटेन वॉरफेयर का मश्क करेगी.


काम के तरीकों को साझा करेंगे


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भारत और अमेरिका की फौजों के दरमियान होने वाले सालाना मलिट्री मश्क का यह 18वां एडिशन है. इसका मकसद दोनों देशों के बीच सिक्योरिटी के साथ सबसे बेहतर काम के तरीकों को एक दूसरे के साथ साझा करना है. इस फौजी मश्क में भारतीय फौज की असम रेजीमेंट की बटालियन हिस्सा ले रही है. इसके अलावा अमेरिकी सेना की 11 एयरबॉर्न डिवीजन की सेकंड (2) ब्रिगेड हिस्सा ले रही है.


लद्दाख में जारी है संघर्ष


भारत और अमेरिका की यह मश्क ऐसे वक्त हो रही है जब पूर्वी लद्दाख से लगी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर पिछले कई महीनों से तनातनी जारी है. अमूमन यह मश्क अमेरिका में होता है. इससे पहले ये मश्क अक्टूबर 2021 अमेरिका के अलास्का में हुई थी.


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इन तरीकों को सीखा जाएगा


मंगल को भारतीय फौज ने एक बयान जारी कर कहा कि "मश्क के दौरान फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज, इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप, फोर्स मल्टीप्लायर्स, निगरानी ग्रिड की ऑपरेशन और पहाड़ों पर जंग करने की सलाहियत सीखी जाएगी. इस दौरान कॉम्बेट इंजीनियरिंग, ‘अनमैन्ड एयरक्राफ्ट सिस्टम’ (UAS) का मुकाबला करने वाली तकनीकों का इस्तेमाल सहित जंग लड़ने के दूसरे तरीकों को सीखा जाएगा."


भारतीय फौज क्या कहती है?


भारत का कहना है कि जंगी मश्क से दोनों देशों की फौज को अपने तजुर्बों और काबिलियत को साझा करने का मौका मिलेगा. इसके अलावा जानकारियों को साझा कर तकनीकि को बढ़ावा देने में आसानी होगी. मश्क में इंसानों की मदद आपदा राहत ड्रिल भी शामिल है. इस दौरान किसी भी कुदरती आफत पर साझा राहत काम शुरू करेंगे.


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