लंदनः भारत में आए दिन मुन्ना भाई एमबीबीएस वाली खबरें आती रहती है, यानी किसी असली उम्मीदवार की जगह नकली उम्मीदवार को बैठाने वाली खबर. खास बात यह है कि भारतीय विदेशों में भी इस धोखधड़ी वाले फॉर्मूले को आजमाने से नहीं चूकते हैं! भारतीय मूल की 29 वर्षीय एक महिला को ब्रिटेन के विभिन्न हिस्सों में ‘ड्राइविंग टेस्ट’ से जुड़ी धोखाधड़ी के इल्जाम में आठ महीने की जेल की सजा सुनाई गई.

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150 उम्मीदवारों की जगह खुद को किया पेश
महिला पर आरोप है कि उसने ड्राइविंग टेस्ट’ के लिए 150 उम्मीदवारों की जगह खुद को पेश किया था. स्वानसी क्राउन अदालत में उसे गुरुवार को कसूरवार करार दिया और सजा सुनाई. मुजरिम इंद्रजीत कौर ने वर्ष 2018 और 2020 के बीच उम्मीदवारों की तरफ से लगभग 150 लिखित और प्रायोगिक जांच में शामिल होने की बात स्वीकार की है. उसने स्वानसी, कार्मार्थन, बर्मिंघम और लंदन के आसपास सहित पूरे इंग्लैंड और वेल्स में ये गुनाह किए है.

उम्मीदवारों से बदले में लेती थी 800 पाउंड 
साउथ वेल्स पुलिस के डिटेक्टिव चीफ इंस्पेक्टर स्टीवन मैलोनी ने कहा कि कौर ने जो अपराध किए हैं, वे ड्राइविंग टेस्ट प्रक्रिया को बुरी तरह प्रभावित करते हैं और अकुशल और खतरनाक मोटर चालकों को वैध लाइसेंस देने के आदेश देकर निर्दोष राहगीरों को जोखिम में डालते हैं. कौर ने उन सभी उम्मीदवारों से लगभग 800 पाउंड लिए थे, जिनके बदले में वह जांच में शामिल हुई थीं. मामले की छानबीन में पता चला कि कौर उन आवेदकों की तरफ से जांच में शामिल होती थीं, जिन्हें अंग्रेजी भाषा में कठिनाई थी.


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