दुबईः ईरान में एक शिया मज़हबी मक़ाम पर बंदूक़ से लैस लोगों के हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है. यह हमला ईरान के साउथ शहर शीराज़ में एक अहम शिया मज़हबी मक़ाम पर हुआ है. इस हमले के बाद दो गनमैन को गिरफ्तार किया गया है जबकि  तीसरा मुल्ज़िम फरार है. हमले में मरने वाले लोगों की तादाद की ख़बर ईरानी मीडिया ने दी है, हालांकि ज़ख़्मियों की कोई जानकारी नहीं दी गई है.  
न्यूज़ एजेंसी ने कहा कि सिक्योरिटी गार्ड्स ने साकेज़ के बाहरी इलाक़े में एहतेताजियों की भीड़ पर गोलियां चलाकर उनके हमले को नाकाम करने की कोशिश की. मुमकिन है कि गवर्नर के ऑफिस पर हमला करने की उनकी कोशिश थी. हमले के बाद हिफाज़ती वजूहात से लोकल इंटरनेट को बंद कर दिया गया है. ईरान में यह हमला तब हुआ है जब ईरान में एक महीने से ज़्यादा वक़्त से सरकार मुख़ालिफ प्रोटेस्ट चल रहे हैं. 

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टावर गिरने से 41 की मौत 
एक दूसरे हादसे में ईरान के साउथ-वेस्ट शहर अबादान में एक 10 मंज़िला टावर के हिस्से में से कुछ हिस्सों के बुध को गिरने से कम से कम 41 लोग मारे गए है. सरकारी न्यूज़ एजेंसी ने बताया कि जाए हादसा (घटनास्थल) के पास खड़ी कार में सवार एक ख़ातून की मौत हो गई. इमारत के कई हिस्से पिछले महीने गिर गए थे.

बुध को हिजाब की मुख़ालेफ़त में प्रोटेस्ट 
ग़ौरतलब है कि 22 साल की महसा अमिनी की हिरासत में मौत के 40 दिनों बाद हज़ारों एहतेजाजियों ने बुध को नार्थ-वेस्ट ईरानी शहर में एहतेजाज किया. अमिनी के कुर्द होम टाउन साकेज़ में, भीड़ ने मक़ामी क़ब्रिस्तान को घेर लिया, जहां अमिनी की क़ब्र है. ख़्वातीन ने अपने सिर का स्कार्फ और हिजाब फाड़ दिए और उसे अपने सिर के ऊपर लहराया. रियासत से जुड़े मीडिया ने जुलूस में 10,000 एहतेजाजियों को अमिनी की क़ब्र पर जाने की ख़बर दी है. कुर्द  ह्यूमन राइट ग्रुप (मानवधिकार समूह) हेंगॉ ने कहा है कि सिक्योरिटी अहलकार (सुरक्षा बलों) ने एहतेजाजियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दाग़े हैं. वहां मौजूद भीड़ ने ताली बजाई और आज़ादी! स्वतंत्रता! के नारे लगाए. 
ग़ौरतलब है कि ईरान में जबसे हिजाब की मुख़ालेफ़त में एहतेजाज शुरू हुए हैं तब से 200 से ज़्यादा लोग इसमें मारे गए हैं और हज़ारों लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 


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