इजरायल गाजा पर लगातार हमले कर रहा है. इस बीच इजरायल ने एक बार फिर गाजा में अस्पताल पर हमला किया है. इस हमले में 15 लोगों की जान चली गई है. हमले में कम से कम 60 लोगों की जान चली गई है. इजरायल ने पहले अस्पताल पर हमला किया फिर एंबुलेंस के पास बम गिराया. इजरायल की फौज का कहना है कि हमास अपने लड़ाकों के लिए इंबुलेंस का इस्तेमाल कर रहा है. इसलिए एंबुलेंस की पहचान कर उस पर हमला किया गया. इजरायली फौज का दावा है कि हमले में हमास के लड़ाके मारे गए हैं.


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एंबुलेंस का इस्तेमाल कर रहा हमास


इजरायली फौज का इल्जाम है कि हमास अपने लड़ाकों और हथियारों को एंबुलेंस में शिफ्ट कर रहा है. ऐसे में उसे पहचान कर उस पर हमले किए जा रहे हैं. हमास और अलशिफा अस्पताल ने इजरायल के इन इल्जामों को गलत बताया है. हालांकि इजायली फोर्स के पास इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि हमास एंबुलेंस का इस्तेमाल कर रहा है.


पहले भी हुआ अस्पताल पर हमला


इससे पहले इजरायल ने 17 अक्टूबर को अल-अहली अरब अस्पताल पर हमला किया था. इस हमले में तकरीबन 500 लोगों की मौत हो गई थी. इस हमले की कई देशों ने निंदा की थी. हालांकि इजरायल ने अस्पताल पर हमले से इंकार किया था.


लोगों को एरिया छोड़ने को कहा


इजरायली फौज का कहना है कि गाजा एक बैटल एरिया है. इसलिए यहां के नागरिकों से बार-बार कहा जा रहा है कि वह इस इलाके खाली कर दें और दक्षिण की तरफ चले जाएं. 


इजरायली बंधकों को छोड़ने की अपील


इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वह हमास के खिलाफ जंग जारी रखेंगे. उन्होंने जंगबंदी पर साफ इंकार किया है. उन्होंने कहा कि वह गाजा पर तब तक हमले जारी रखेंगे, जब तक इजरायली बंधकों को छोड़ नहीं दिया जाता है.


9 हजार लोगों की गई जान


आपको बता दें कि हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था. इसके बाद से इजरायल लगातार गाजा पर हमले कर रहा है. हमले में गाजा के 9 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं. हमले में 32 हजार लोग जख्मी हुए हैं. मारे गए लोगों में ज्यादातर औरतें और बच्चे शामिल हैं.