इजराइल का बड़ा दावा! सेना ने हमास के सीनियर अफसर का किया कत्ल
इजरायली सेना के प्रवक्ता ने दावा किया है कि उसने हमास के एक अधिकारी का एक हमले में कत्ल कर दिया. वहीं दूसरी तरफ इजरायल ने यह भी दावा किया है कि गाजा से उसे एक बंधक का शव मिला है.
इजराइली सेना ने ऐलान किया है कि गाजा पट्टी पर उसके हवाई हमलों में हमास का एक सीनियर सुरक्षा अफसर मारा गया है. IDF के प्रवक्ता अविचाई अद्राई ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि इजराइली रक्षा बलों और शिन बेट सुरक्षा सेवा ने गाजा और इजराइली क्षेत्रों पर हमले की योजना बना रहे हमास के अफसर को मार डाला. उन्होंने बताया कि मारा गया अकरम अब्दुल रहमान हुसैन सलामा हमास में कई उच्च पदों पर था. बयान में कहा गया है कि इजराइली सेना और इजराइली क्षेत्रों पर बड़े हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने के लिए उसकी तलाश की जा रही थी.
इजरायली बंधक का शव बरामद
इधर इजराइल की सेना ने शनिवार को कहा कि उसने गाजा में बंधक बनाए 47 साल के एक किसान का शव बरामद किया है. वहीं, वार्ताकार संघर्ष विराम और छह महीने से चल रही जंग में बाकी के बंधकों की रिहाई के लिए एक और चरण की वार्ता शुरू करने के लिए तैयार हैं. इजराइली सेना ने कहा कि उसे इलाद कात्जिर का शव मिला है और ऐसी आशंका है कि इस्लामिक जिहाद के आतंकवादियों ने जनवरी में उसकी हत्या की.
इजरायली मारे गए
यह सात अक्टूबर को हमले में दक्षिण इजराइल में घुसे समूहों में से एक था. इस हमले में 1,200 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी गई थी और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था. कात्जिर का उसकी मां हाना के साथ अपहरण किया गया था. हाना को नवंबर में रिहा कर दिया गया था. उसके पिता अवराह्म की हमले के दौरान हत्या कर दी गयी थी. इस शव की बरामदगी ने इजराइल सरकार पर बाकी के बंधकों को रिहा कराने के लिए समझौता करने का दबाव बढ़ा दिया है. बंधक बनाए गए कम से कम 36 लोगों की मौत होने की तस्दीक हुई है, जबकि आधे बंधकों को रिहा कर दिया गया है.
32 हजार लोगों की मौत
गाजा में जारी इजराइल की कार्रवाई में अब तक कमोबेश 32 हजार लोगों की मौत हुई है और 10 लाख से अधिक फलस्तीनी विस्थापित हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने युद्ध के छह महीने पूरे होने पर एक बयान में कहा, "हम एक भयानक स्तर पर पहुंच गए हैं." इजराइल के लोग संघर्ष विराम को लेकर कई चरणों की वार्ता में गतिरोध के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी सरकार के रुख को लेकर विभाजित हैं. एक हफ्ते पहले, हजारों इजराइलियों ने युद्ध शुरू होने के बाद मध्य यरुशलम में सबसे बड़ा सरकार विरोधी प्रदर्शन किया था.