Kuwait: कुवैत के क्राउन प्रिंस ने शेख़ अहमद नवाफ अल-सबा को प्रधानमंत्री के तौर पर फिर से नियुक्त किया है. कुवैत के अमीर की तरफ़ से जारी आदेश में कहा गया है कि नए प्रधानमंत्री अब देश की नई कैबिनेट का गठन करेंगे. और उन्हें एक कैबिनेट का गठन करने के लिए कहा गया है. सरकार और निर्वाचित संसद के बीच लंबे वक़्त से चल रहे गतिरोध की वजह से कुवैत के लिए राजकोषीय सुधारों को लागू करना मुश्किल हो गया है, जिसमें एक क़ानून भी शामिल है, जो इसे इंटरनेशनल मार्किट तक पहुंचने की परमिशन देता है.अब फिर से शेख़ अहमद नवाफ अल-सबा को प्रधानमंत्री पद सौंपा गया है.


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कुवैत की न्यूज़ एजेंसी कुना ने ये जानकारी शेयर की है. क़ुवैत में पिछले कुछ समय से चल रही सियासी रस्साकशी के बीच इस फ़ैसले को काफ़ी अहम माना जा रहा है. इस बीते साल अप्रैल में पिछली कैबिनेट के वज़ीरों ने इस्तीफ़ा दे दिया था, जिससे नीतिगत फ़ैसले लेने में काफ़ी मुश्किल का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद क़ुवैत के अमीर ने ये ऐलान किया था कि देश की संसद को भंग कर दिया जाएगा. पिछली सरकार भ्रष्टाचार के कई आरोपों से घिरी थी और अपोज़िशन ने संसद में काफ़ी हंगामा किया था.


 



क्राउन प्रिंस शेख़ मशाल अल-अहमद अल-सबा, जिन्होंने सत्तारूढ़ अमीर की ज़्यादातर ज़िम्मेदारियों को संभाला है. प्रिंस शेख़ मशाल अल-अहमद अल-सबा ने बीते साल शेख़ अहमद को पीएम के तौर में नामित करके, पार्लियामेंट को भंग करने और समय से पहले इलेक्शन कराने के लिए झगड़े को ख़त्म करने के लिए क़दम उठाया, जिसका अपोज़िशन जमकर ने फायदा उठाया. विधायकों ने हुकूमत पर पिछले साल अक्टूबर में लोन राहत एक्ट पेश करने का दबाव डाला था जिसके तहत रियासती कुवैती शहरियों के व्यक्तिगत ऋण ख़रीदेगा और दो वज़ीरों से पूछताछ करने की मांग की, जिसके नतीजे में सरकार को इस्तीफ़ा देना पड़ा.


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