न्यूयॉर्कः फ्रांस की सीमेंट कंपनी लाफार्ज (Lafarge Cement) ने आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (ISIS) को सीरिया में एक संयंत्र को चालू रखने के बदले में करोड़ों रुपए देने का कसूर मंगलवार को कबूल कर लिया है. अमेरिकी न्याय विभाग ने इसे अपनी तरह का पहला मामला बताया है. अपनी इस स्वीकोरोक्ति के बाद कंपनी करीब 77.8 करोड़ डॉलर का जुर्माना भरने को भी राजी हो गई है. यू.एस. अभियोजकों ने कहा कि लाफार्ज और इसकी सीरियाई सहायक लाफार्ज सीमेंट (Lafarge Cement) सीरिया ने बिचौलियों के माध्यम से इस्लामिक स्टेट और अल नुसरा फ्रंट को भुगतान किया था. 


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संघीय अदालत में आरोप तय  
अभियोजकों ने इल्जाम लगाया है कि लाफार्ज ने आतंकी समूह की करतूतों पर पूरी तरह से आंख मूंदकर उसे 2013 और 2014 में मोटी रकम दी थी.  इस्लामिक स्टेट का सीरिया के बड़े हिस्से पर कब्जा था और उसके कुछ मेंबर पश्चिमी देशों के अपहृत किए गए नागरिकों को प्रताड़ित करने या उनका सिर कलम करने में शामिल थे. न्यूयॉर्क शहर की एक संघीय अदालत में आरोप तय किए गए हैं. फ्रांस के प्राधिकारियों ने भी इन आरोपों की जांच की है. हालांकि, अमेरिकी अभियोजकों ने कहा कि लाफार्ज ने आखिरकार सितंबर 2014 में सीमेंट संयंत्र को खाली कर दिया था. उस वक्त, इस्लामिक स्टेट ने शेष सीमेंट पर कब्जा कर लिया और इसे 3.21 डॉलर मिलियन के बराबर में बेच दिया था.

मानवता के खिलाफ अपराधों में मिलीभगत 
लाफार्ज पर पेरिस में मानवता के खिलाफ अपराधों में मिलीभगत के आरोपों का भी सामना करना पड़ रहा है. सीमेंट निर्माता ने पहले आंतरिक जांच के बाद स्वीकार किया था कि उसकी सीरियाई सहायक कंपनी ने संयंत्र में कर्मचारियों की सुरक्षा में मदद करने के लिए सशस्त्र समूहों को भुगतान किया था, लेकिन इसने आरोपों से इनकार किया था कि यह मानवता के खिलाफ अपराधों में शामिल था.


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