आर्थिक संकट से बेहाल हुआ लेबनान; हर महीने 15 हजार सीरियाई शरणार्थियों को वापस भेजेगा
Lebanon News: लेबनान इन दिनों आर्थिक संकट से जूझ रहा है. अब उसके पास सीरिया के शर्णार्थियों को सहन करने की ताकत नहीं है. ऐसे में लेबनान हर महीने 15 हजार सीरियाई लोगों को उनके मुल्क भेजेगा.
Lebanon News: लेबनान के विस्थापित मंत्री इस्साम चराफेडीन ने कहा कि लेबनान जल्द ही सीरियाई शरणार्थियों को उनकी मातृभूमि में लौटाना फिर से शुरू करेगा. समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बैठक के बाद कैबिनेट द्वारा जारी बयान के हवाले से बताया, "चराफेडीन ने शनिवार को कहा कि लेबनान सरकार ने उन्हें सीरिया शरणार्थियों को वापस भेजने का काम सौंपा है." मंत्री ने कहा, "हमने संबंधित पक्षों, विशेषकर सीरिया में नए स्थानीय प्रशासन मंत्री के साथ सकारात्मक बैठकें कीं और वे इस मुद्दे पर प्रतिबद्ध हैं."
हर महीने भेजे जाएंगे 15 हजार शर्णार्ती
2022 में, चराफेडीन ने हर महीने 15,000 सीरियाई शरणार्थियों को सीरिया वापस भेजने की एक सरकारी योजना की घोषणा की, जिसमें जोर देकर कहा गया कि युद्ध खत्म हो गया है और देश सुरक्षित हो गया है. हालांकि, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी और यूरोपीय संसद के विरोध के बीच योजना को कभी भी पूरी तरह से लागू नहीं किया गया. वो मानते थे कि सीरिया में स्थिति वैसी नहीं है कि शरणार्थी वापसी कर सकें.
लेबनान की खराब है आर्थिक स्थिति
लेबनान प्रति व्यक्ति शरणार्थियों की सबसे बड़ी संख्या की मेजबानी करने वाला देश बना हुआ है, सरकार का अनुमान है कि लगभग 20 लाख सीरियाई शरणार्थी हैं. लेबनानी अधिकारियों ने कई अवसरों पर सीरियाई शरणार्थियों को सीरिया लौटने के लिए कहा है क्योंकि लेबनान एक अभूतपूर्व वित्तीय संकट से पीड़ित है और अब उनकी उपस्थिति को सहन नहीं कर सकता है.
बर्बाद हुआ सीरिया
आपको बता दें कि सीरिया में पिछले तकरीबन 13 सालों से गृहयुद्ध जारी है. यहां अब तक कम से कम 5 लाख लोग मारे गए. यहां के कई शहर गृहयुद्ध में बर्बाद हो गए. कई लोगों ने दूसरे देशों में पनाह ले ली.