Srilanka News: श्रीलंका पहले से ही आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है. ऐसे में श्रीलंका के लिए एक नई मुसीबत सामने आई है. श्रीलंका में वैक्सीन की कमी के चलते रेबीज के तेजी से फैलने का खतरा है. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बुधवार को कहा है कि वैक्सीन की कमी की वजह से रेबीज तेजी से फैल सकता है.


इन जिलों में नहीं हैं टीके


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समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने सार्वजनिक स्वास्थ्य पशु चिकित्सा सेवाओं के निदेशक एलडी किथसिरी के हवाले से कहा कि कैंडी, गाले, मटारा, हंबनटोटा, कोलंबो और गंपाहा जिलों में स्टोरेज यूनिटों में टीके नहीं थे.


पिछले से साल हुई 28 लोगों की मौत


किथसिरी ने कहा कि पिछले साल रेबीज से 28 लोगों की मौत हो गई थी और उनमें से 17 बीमारी के संपर्क में आए थे. उन्होंने कहा, हम दूसरे इलाकाई स्टोरेज यूनिटों में बाकी वैक्सीन का इस्तेमाल कर फरवरी तक वैक्सीनेशन प्रोग्राम चला सकते हैं. उसके आगे वैक्सीनेशन जारी नहीं रहेगा. 


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मादा कुत्तों की हुई नसबंदी


उन्होंने कहा कि 2022 में उन्होंने एक लाख कुत्तों का वैक्सीनेशन किया और 40,000 मादा कुत्तों की नसबंदी की. उन्होंने आगे कहा कि अस्पताल में भर्ती लोगों को दिए जाने वाले टीकों की कोई कमी नहीं है, लेकिन अगर रेबीज कुत्तों में फैलता है तो यह तेजी से बदल सकता है. 


वैक्सीनेशन ने आई बीमारी में कमी


WHO के रिकॉर्ड के मुताबिक, श्रीलंका ने अपने कामयाब वैक्सीनेशन प्रोग्राम की वजह से 1970 के दशक के मध्य में 377 से 2021 में 31 तक मानव रेबीज से होने वाली मौतों में कमी लाई थी.


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