दुनिया के सबसे ताकतवर देश को इस हमले ने अंदर से हिला दिया था, 9/11 को हुए 21 साल
9/11 Attack Anniversery: आज से ठीक 21 साल पहले इसी दिन दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका पर एक ज़बरदस्त हमला हुआ था. इस हमले को अलकायदा ने अंजाम दिया था. हमले में करीब 3 हज़ार लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. आज इस हमले को 21 साल पूरे हो चुके हैं.
9/11 Attack Anniversery: दुनिया का वो ख़ौफनाक आतंकवादी हमला जिसने पूरे अमेरिका को हिलाकर रख दिया था. इस हमले में लगभग 3 हज़ार लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. आज उस आतंकी हमले की 21वीं बरसी है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस 9/11 हमले के शिकार हुए लोगों की इज़्ज़त अफज़ाई करने और उन्हें याद करने के लिए देशभर में सफर करेंगे.
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कैसे हुआ था हमला
11 सितंबर 2001 की सुबह अल-कायदा के आतंकियों ने 4 हवाई जहाज़ हाईजैक कर लिए थे. उनका मकसद हवाई जहाज़ों को अलग-अलग पुरानी इमारतों पर गिराने का था. पहला प्लेन क्रैश अमेरिकन एयरलाइन फ्लाइट 11 का हुआ, जो न्यूयॉर्क शहर में सुबह 8.46 बजे वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के उत्तरी टावर से टकराया था. ठीक इसके 17 मिनट बाद यूनाइटेड एयरलाइंस फ्लाइट 175 दक्षिणी टावर से टकराई. वहीं करीब 9.37 बजे अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 77 वॉशिंगटन में मौजूद अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन से टकराई और चौथी हाईजैक फ्लाइट 93 का मुकाम व्हाइट हाउस या यूएस कैपिटल बिल्डिंग को निशाना बनाना था लेकिन मुसाफिरों से लड़ाई की वजह से आतंकियों के हाथ से हवाई जहाज़ का कंट्रोल छूट गया और यह पेन्सिलवेनिया के शैंक्सविल में मैदानी इलाके में जा गिरा.
2977 लोगों ने गंवाई थी जान
इन हमलों में 2977 लोगों की मौत हुई थी. इनमें 19 हाईजैकर आतंकी भी शामिल हैं. जो लोग मारे गए, उनमें चार हवाई जहाज़ों में सवार 246, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और उसके आसपास के इलाके में 2606 और पेंटागन में मौजूद 125 लोग शामिल थे. मारे गए लोगों में ज्यादातर आम लोग शामिल थे. वहीं राहत और बचाव कार्य के दौरान 344 बचावकर्मी, 71 पुलिसकर्मी और 55 सैन्यकर्मी भी मारे गए थे.
बदले में अमेरिका ने दिया करारा जवाब
11 सितंबर 2001 के हमले के एक महीने के अंदर अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने अलकायदा और ओसामा बिन लादेन को खत्म करने के लिए अफगानिस्तान पर हमला कर दिया था. अमेरिका को इस मुहिम में दूसरे देशों से भी मदद मिली. इसके करीब दस साल बाद 2011 में अमेरिकी सेना ने ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ख़त्म किया.
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