UN में कश्मीर मसले पर PAK ने स्वीकार की अपनी नाकामी, बिलावल का पछतावा
Bilawal Bhutto Zardari Kashmir Issue: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने इस बात पर पछतावा ज़ाहिर किया है कि पाकिस्तान कश्मीर को संयुक्त राष्ट्र के एजेंडे के केंद्र में लाने में विफल रहा है और भारत की कूटनीति उसके प्रयासों पर पानी फेरने में सक्षम है.
Bilawal Bhutto Zardari: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जब भी कश्मीर का ईशू उठाया जाता है, तो हमारे पड़ोसी मुल्क सख़्त ऐतराज़ ज़ाहिर करते हैं. बिलावल भुट्टो ने ये स्वीकार किया कि संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे को एजेंडे के केंद्र में लाना पाकिस्तान के लिए मुश्किल काम है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने 10 मार्च को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आपने यह भी तवज्जे दी है कि यूनाइटेड नेशन में कश्मीर के एजेंडे को केंद्र में लाने के लिए हमें काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.बिलावल अब ये मानने लगे हैं कि कश्मीर मुद्दे को लेकर पाक हुकूमत का रवैया कुछ ख़ास अच्छा नहीं रहा.
संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर पर ध्यान खींचने में नाकाम: भुट्टो
वहीं बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के हर मंच पर जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को उठाता आया है. इस्लामिक देश पाकिस्तान अपनी ओर से जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र से हिमायत हासिल करने में सफल नहीं हो पाया है, जो हमेशा कश्मीर को हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के दरमियान एक द्विपक्षीय मुद्दा मानता आया है. पाक के विदेश मंत्री ने आपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जब भी कश्मीर का मसला उठाया जाता है, तो हमारे पड़ोसी मुल्क इस पर सख़्त ऐतराज़ ज़ाहिर करते हैं.
मसले के हल पर हो बात
बिलावल ज़रदारी ने कहा कि हमें सच्चाई को सामने लाने में कई तरह की दुश्वारियों को झेलना पड़ता है. उन्होंने कहा कि हम हर मौक़े पर चाहे वो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मीटिंग हो या कुछ और, हम फिलिस्तीन और कश्मीर के लोगों की हालत को सामने रखते हैं. ज़रदारी ने कहा कि कश्मीर और फिलिस्तीन के लोगों की हालत के बीच कई समानताएं मौजूद हैं. दोनों हीं ईशू संयुक्त राष्ट्र के सामने उलझे हुए हैं. हम चाहेंगे न सिर्फ फिलिस्तीन पर बल्कि कश्मीर पर भी ख़ास ध्यान दिया जाए.
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