Pakistani Serial Mere Humsafar : टीवी सीरियल से सभी का लगभग गहरा नाता होता ही है, क्योंकि इन्हें हम बचपन से ही अपने घरों में देखते आते है. अब चाहे इसे हमने अपनी मर्ज़ी से देखा हो या बग़ैर मर्ज़ी के देखा हो. बिना मर्ज़ी इसलिए कहा गया क्योंकि अक्सर ऐसा होता ही है कि हमारे घर में मौजूद सभी महिलाएं अपना सारा काम निपटा कर इन्हें इतमिनान से देखती हैं. लेकिन इन दिनों एक पाकिस्तानी सीरियल काफी पाप्युलर हो रहा है. इसे ना सिर्फ पाकिस्तान में ही बल्कि और मुल्कों में भी काफी पसंद किया जा रहा है. दिलचस्प बात ये है कि औरतों के साथ-साथ इसे आदमी लोग भी काफी पसंद कर रहे हैं.


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क्यों कर रहे हैं लोग इतना पसंद ?
पाकिस्तानी ड्रामा 'मेरे हमसफर' को लोगों द्वारा पसंद किए जाने कि कई वजह हैं जैसे - हमज़ा और हाला, जो कि नाटक में लीड रोल निभा रहे हैं. दोनों के बीच बेशुमार मोहब्बत दिखाई गई है. हमज़ा और हाला की कैमिस्ट्री लोगों के दिलों को छू गई है. हाला के लिए हमज़ा की इज़्ज़त को देख फैंस दिवाने हो गए है. ख़ासकर फीमेल फैंस, इनका मानना है कि हर लड़की अपने हमसफर में वो सारी ख़ूबिया चाहती है जो हमज़ा में दिखाई गई है. इसके अलावा सीरियल के थीम सॉन्ग के भी लोग दीवाने है.


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ये है विवाद की वजह
बीते कुछ दिनों से मेरे हमसफर की कास्ट को काफी बुराइयों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि सीरियल पर हिंदू कल्चर को फॉलो करने का आरोप लगाया है, दरअसल सीरियल के एक एपिसोड में हाला की दादी का इंतेकाल दिखाया गया हे, जिस दौरान सभी किरदारों को सफेंद कपड़े पहनाए गए थे. आलोचकों के मुताबिक मौत में सफेंद रंग के कपड़े पहनना हिंदू कल्चर का हिस्सा है, जबकि इस्लाम में ऐसा कोई कल्चर नहीं है. इसके बाद से ही शो को ट्रोल करना शुरू कर दिया.लोगों का मानना है कि पाकिस्तानी सीरियल्स में इस्लाम और सूफी की झल देखने को मिल जाती है. जिस सादगी के साथ यह सीरियल्स दिखाए जाते है, उससे वह काफी अपनापन महसूस करते है. लेकिन हिंदू कल्चर को फॉलो कर मौत में सफेंद कपड़े पहनना इसकी रियल्टी को खो देता है, बस इसी वजह से 'मेरे हमसफर' के मुस्लिम फैंस नाराज़ हैं


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