Pakistans Bailout Deal: पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. अब इंटरनेशनल मोनेटरी फंड ने पाक को बड़ा झटका दिया है. आपको जानकारी के लिए बता दें अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने एक सौदे पर पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिए और समय मांगा है. दरअसल पाकिस्तान ने  आईएमएफ यानी इंटरनेशनल मोनेटरी फंड से 1.1 बिलियन डॉलर लेने की बात की थी. जिसके बाद अब आईएमफ इसपर और विचार करने की बात कर रहा है.


पाकिस्तान को आईएमएफ क्यों नहीं दे रहा पैसा?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आपको जानकारी के लिए बता दें पिछले साल पाकिस्तान को भारी बाढ़ का सामना करना पड़ा था. जिसकी वजह से पाक लगातार संकट का सामना कर रहा है. आईएमएफ से देश पहले ही पैसा उठा चुका है जिसके बाद अब लिमिट पूरी होने की वजह से पैसा नहीं ले पा रहा है. पिछले हफ्ते ही आईएमएफ के अफसरान पाकिस्तान पहुंचे थे. लेकिन इससे कुछ हल नहीं हुआ है.


पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने क्या कहा? 


वित्त मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी शेख ने रॉयटर्स को दिए एक बयान में कहा, "पाकिस्तान और आईएमएफ के बीच स्टाफ स्तर का समझौता जल्द ही हो जाएगा." "आईएमएफ मिशन ने स्टाफ-स्तरीय वार्ताओं के लिए और समय मांगा है". उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष "कार्रवाई और अग्रिम उपायों" पर सहमत हुए हैं. फंड रिलीज करने के लिए आईएमएफ को एक स्टाफ लेवल एग्रीमेंट से गुजरना होगा, शेख ने बताया कि ये फंड आईएमएफ के हेड ऑफिस जो वॉशिंगटन में है उससे ही अप्रूव होने के बाद पास होगा. 


शहबाज शरीफ ने कही ये बात


पाकिस्तान के पीएम शहबाद शरीफ ने पाकिस्तान में चल रहे हालातों को देखते हुए कहा है कि देश की 350 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए आईएमएफ फंडिंग महत्वपूर्ण है, जो विदेशी मुद्रा भंडार के तीन सप्ताह से भी कम समय के आयात कवर के साथ भुगतान संतुलन के संकट का सामना कर रहा है.ॉ


पाकिस्तान कई देशों से ले चुका है पैसा
पाकिस्तान इस वक्त बेहद बुरे आर्थिक संकट से जूझ रहा है. लोगों को खाने के लिए बड़ी मात्रा में पैसे चुकाने पड़ रहे हैं. देश के पास इंपोर्ट करने के लिए फंड लगभग खत्म हो चुका है. हाल ही में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ यूएई और सऊदी से भी कर्ज लेकर आए थे.