Maryam Nawaz: पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ (PML-N) की सीनियर लीडर मरियम नवाज़ ने शरीफ सरकार की शान में क़सीदे पढे़. उन्होंने कहा कि पिछले साल नवंबर में पाकिस्तानी फौज की कमान बदलने के बाद ही पाकिस्तान की मौजूदा सरकार को सही मायनों में सत्ता हासिल हुई है. मरियम नवाज़ ने कहा कि इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के मददगार शक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान में मौजूद थे और सरकार के काम में रुकावत पैदा कर रहे थे. अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की उत्तराधिकारी मानी जाने वाली मरियम नवाज़ पंजाब सूबे में होने वाले असेंबली इलेक्शन में अपनी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ (पीएमएल-एन) पार्टी की क़यादत करने के बाद शनिवार को पाकिस्तान वापस जाएंगी.


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 "28 नवंबर को पार्टी सही मायनों में सत्ता में आई" 
 इस दौरान मरियम नवाज़ ने कहा कि, हमारी सरकार का कार्यकाल 10 महीने का नहीं होता है. हक़ीक़त में, हम 28 नवंबर को सत्ता में आए जब जनरल क़मर जावेद बाजवा की जगह जनरल आसिम मुनीर को आर्मी चीफ़ बनाया गया, जबकि 28 नवंबर से पहले सैन्य प्रतिष्ठान में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के चीफ़ इमरान के मददगार मौजूद थे. 49 वर्षीय मरियम ने कहा कि पिछले साल नवंबर से पहले इमरान खान के मददगार सिस्टम में मौजूद थे और पीएमएल-एन सरकार के काम में ख़लल डाल रहे थे.


इमरान ख़ान को बनाया निशाना
बातचीत के दौरान, मरियम ने जनरल हमीद सहित कुछ जनरलों को इमरान ख़ान के "सहायक" के रूप में संदर्भित किया, जिन्होंने नए सेना प्रमुख जनरल मुनीर की नियुक्ति के बाद जल्दी सेवानिवृत्ति की मांग की, जिन्हें शरीफ परिवार का क़रीबी माना जाता है. साथ ही मरियम नवाज़ ने सोमवार को पेशावर में पुलिस लाइंस की एक मस्जिद में हुए धमाके के लिए जनरल हमीद को ज़िम्मेदार ठहराया. इस धमाके में पुलिसकर्मियों सहित 101 से अधिक लोग मारे गे थे. उन्होंने इल्ज़ाम लगाया कि "पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान के मददगार जनरल हमीद पेशावर हमले के लिए ज़िम्मेदार थे, जो उस समय पेशावर में तैनात थे.


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