इस देश में भी जारी है बारिश का कहर, डेढ़ लाख लोगों से की गई घर छोड़ने की अपील
Rain in Japan: जहां भारत में कई जगह पर बारिश से नुकसान हुआ है. वहीं जापान में अधिकारियों ने 3 लाख 60 हजार लोगों से अपील की है कि वह सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं.
Rain in Japan: भारत में मानसून आ चुका है. भारी बारिश से कई राज्य अस्प व्यस्त हैं. हाल ही में हुई बारिश की वजह से गुजरात, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में तबाही देखने को मिली है. इसी कड़ी में जापान में भारी बारिश हुई है. जापान के शिमाने प्रान्त और पश्चिमी राज्यों में भारी बारिश हुई है. इसकी वजह से यहां 3,60,000 निवासियों को अपने घर से हटने को कहा गया है. बारिश की वजह से जापान में कई जगह भूस्खलन भी हुए हैं. यहां 20 नदियां उफान पर हैं.
अलग-थलग पड़े इलाके
जापान की सरकार के मुताबिक "सड़कें कट जाने से शहर के चार इलाके अलग-थलग पड़ चुके हैं. इजुमो शहर में एक कार के नदी में गिरने की खबर मिली है और स्थानीय पुलिस और बचावकर्मियों ने कहा कि वे चालक की तलाश कर रहे हैं."
सावधान रहने की अपील
जापान की मौसम विज्ञान की एजेंसी ने कहा है कि "शिमाने और इज़ुमो में शनिवार को छह घंटे की अवधि में 109 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि पड़ोसी मात्सु में 95.5 मिमी बारिश दर्ज की गई. जापानी द्वीपसमूह पर मौसमी बारिश की संभावना बनी रहने की वजह एजेंसी ने खास तौर से पश्चिमी, दक्षिण-पश्चिमी और मध्य जापान इलाकों में सावधानी बरतने का आह्वान किया है, जहां रविवार को गरज के साथ भारी बारिश की आशंका है."
साढ़े तीन लाख लोग छोड़ेंगे घर
जापान में बारिश की वजह से एक हफ्ते पहले 3,60,000 लोगों से घर खाली करने को कहा गया था, ताकि उन्हें वक्त रहते सही जगह पर पहुंचा दिया जाए. अधिकारियों के मुताबिक "सोमवार (3 जुलाई) को जापान के दक्षिण-पश्चिमी क्यूशू क्षेत्र में अत्यधिक भारी बारिश के कारण यमातो से होकर बहने वाली एक छोटी नदी पर बना पुल ढह गया था."
मूस्लाधार बारिश होगी
क्योडो न्यूज मिनाटो एजेंसी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि "जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी थी. इसके अलावा मौसम विज्ञान एजेंसी ने क्यूशू इलाके में रहने वाले को भूस्खलन और बाढ़ से होशियार रहने के लिए भी कहा था. इससे पहले प्रीफेक्चर के यमातो और माशिकी कस्बों में सोमवार (3 जुलाई) की सुबह प्रति घंटा क्रमशः 82 और 80 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी,जो कि एक रिकॉर्ड था."