Saudi Arabia: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को मंगलवार को शाही आदेश जारी करके देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर विराजमान किया गया है. 35 साल के प्रिंस सलमान को 'एमबीएस' के नाम से भी जाता है. एमबीएस किंग सलमान के उत्तराधिकारी हैं और उनके पास पहले से ही बहुत सी शक्तियां हैं. राजकाज के रोज़ाना के काम भी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ही देखते हैं. सऊदी प्रेस एजेंसी ने मोहम्मद बिन सलमान की पीएम के तौर पर नियुक्त होने की ख़बर दी है. शाही अहकामात में कहा गया है कि किंग सलमान कैबिनेट की मीटिंग्स की अध्यक्षता करना जारी रखेंगे.


2017 में क्राउन प्रिंस बने एमबीएस


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किंग सलमान 2015 में सऊदी अरब के शाही तख़्त पर बैठे थे. उन्होंने फिर 2017 में एमबीएस को क्राउन प्रिंस के तौर पर मुक़र्रर किया जबकि उनके उत्तराधिकारी के रूप में मुकरीन बिन अब्दुल अज़ीज़ और मोहम्मद बिन नाइफ जैसे ताक़तवर नाम टॉप पर थे. एमबीएस को क्राउन प्रिंस बनाया जाने से सभी लोगों को काफी हैरानी हुई थी क्योंकि न तो उनके पास फौज की कोई ट्रेनिंग थी, न ही उन्होंने बाहर के मुल्क से पढ़ाई की थी.


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एमबीएस के सामने कई परेशानियां


क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अपनी नई सोच को दर्शाते हुए विजन 2030 का ऐलान कर दिया है. अपने नए विजन के ज़रिए क्राउन प्रिंस सऊदी एरब को एक मुस्तक़बिल के लिए तैयार करने की तैयारी कर रहे हैं.1800 के दशक के शुरु में फ्रांसीसी राजनेता और विचारक एलेक्सिस डी टोकेविल ने कहा था, 'अनुभव बताता है कि एक ख़राब सरकार के लिए सबसे खतरनाक समय आमतौर पर तब होता है, जब वह सुधार करना शुरू करती है।' और यही बात आने वाले समय में क्राउन प्रिंस के लिए हक़ीकत साबित हो सकती है. उन्हें कई तरह के चैलेंजिस से मुक़ाबला करना पड़ सकता है. 


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