पेशावर: पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा प्रांतीय सरकार ने पिछले साल दिसंबर में कुछ स्थानीय कट्टरपंथी की एक एक भीड़ द्वारा हिंदू मंदिर के पहुंचाए गए नुकसान की भरपाई के लिए 3.48 करोड़ रुपये जारी किए हैं.


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राज्य सरकार खैबर पख्तूनख्वा के करक जिले के टेरी गांव में पिछले साल 30 दिसंबर को श्री परमहंस जी महाराज की समाधि को नुकसान पहुंचाया गया था. जिसके पुनर्निर्माण के लिए "औकाफ विभाग" को 3,48,29,000 रुपये देगी.


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एक सदी पुराने मंदिर और आसपास की 'समाधि' पर हुए हमले ने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के नेताओं की कड़ी निंदा की थी. इस मामले में पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के पुनर्निर्माण का आदेश दिया था. अदालत ने प्रांतीय सरकार को निर्देश दिया कि वह मंदिर के तामीरी काम को जल्द पूरा करे.


यहां यह भी काबिले जिक्र है कि पिछले महीने, खैबर पख्तूनख्वा में हिंदू समुदाय ने उस भीड़ को माफ करने का फैसला किया, जिसने स्थानीय मौलवियों और अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों के बीच विवाद को सुलझाने के लिए एक शताब्दी पुराने मंदिर को तोड़ दिया और जला दिया था.


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इस घटना के बाद पाकिस्तान को भारत के सख्त रुख का सामना करना पड़ा था. विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग को अल्पसंख्यकों समुदाय के सदस्यों के खिलाफ इसी तरह की घटनाओं और अत्याचारों की बार-बार होने वाली गंभीर चिंताओं से अवगत कराया था.


इसके अलावा भारत ने संयुक्त राष्ट्र में भी पाकिस्तान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था. यहां भारत ने कहा था पाकिस्तान की प्रवर्तन एजेंसियां ​​"मूक दर्शक" बनी बैठी हैं. जब एक ऐतिहासिक हिंदू मंदिर पर हमला किया गया था. श्री परमहंस जी महाराज की समाधि को हिंदू समुदाय द्वारा पवित्र माना जाता है.


(इनपुट: PTI)


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