UAE Golden Visa Validity: यूएई दुनिया का ऐसा देश है जहां लाखों की तादाद में भारतीय नौकरी और बिजनेस करते हैं. ऐसे लोगों के लिए एक बड़ी शुखखबरी है. दरअसल यूएई ने गोल्डन वीजा के मियाद को बढ़ा दिया है. अब गोल्डन वीजा की मियाद 5 साल की बजाय 10 साल की होगी. इस बात का ऐलान यूएई ऑथोरिटीज ने किया है. अबू धाबी रेजिडेंट्स ऑपरेशन डायरेक्टप मार्क दोरजी ने कहा कि गोल्डन वीजा अब दस साल के लिए वैध है और डॉक्टरों, विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और आविष्कारकों जैसे विज्ञान और ज्ञान के क्षेत्र में पेशेवरों और शोधकर्ताओं के लिए रेजीडेंसी विकल्पों की ज्यादा ऑप्शन देता है.


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उन्होंने बताया कि जिन लोगों के पास गोल्डन वीजा है वह लोग अपने जीवनसाथी, बच्चों और माता-पिता को आयु की परवाह किए बिना उन्हें यूएई ला सकते हैं. गोल्डन वीजा में ये भी बदलाव किया गया है. लेकिन इसके लिए उन्हें अबु धाबी ऑफिस ऑफ रेजिडेंस से इजाजत लेनी होगी. इस नए बदलाव को लेकर अबु धाबी रेजिडेंट ऑफिस ने कहा कि यूएई सरकार ने पहले गोल्डन रेजिडेंसी प्रोग्राम की शुरूआत इस लक्षय की साथ की थी कि लोगों को लंबे वक्त तक रहने के लिए परमिट दिए जाएं. इसके लिए रहने वाले को किसी गारंटर की जरूरत नहीं पड़ती है.


किन लोगों को मिलता है गोल्डन वीजा


आपको जानकारी के लिए बता दें गोल्डन विजा केवल हाई क्लास पेशे वालों के लिए होता है, जैसे- डॉक्टर्स, साइंटिस्ट, इनवेस्टर्स, रियल इस्टेट, बिजनेस, एथलीट्स आदि. जो लोग यूएई जाकर वहां ऐसी जॉब्स या बिजनेस करना चाहते हैं, उन्हें ये विजा दिया जाता है.


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क्या हैं गोल्डन वीजा के फायदे


गोल्डन वीज़ा धारक को विशेष लाभ प्राप्त होते हैं जिनमें शामिल हैं: गोल्डन वीज़ा प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए 6 महीने की अवधि के लिए मल्टिपल इंट्री वीज़ा, और 5 या 10 वर्षों की अवधि के लिए नवीकरणीय निवास वीज़ा. जिन लोगों के पास ये वीजा है वह यूएई के बाहर 6 महीने से ज्यादा भी रह सकते हैं. इसके साथ उन्हें पति/पत्नी और बच्चों सहित परिवार के दूसरे मेंबर्स के लिए रहना का परमिट आसानी से मिल जाता है.