अबू धाबी: अरब देश यूनाइटेड अरब अमीरात ने रविवार को नए 'ग्रीन वीजा' सिस्टम का ऐलान किया है. अब इसके जरिए कंपनी की तरफ से स्पांसर किए बगैर कामगारों को वीज़ा के लिए आवेदन जमा करने का इजाज़त देता है. देश की इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए यूनाइटेड अरब अमीरात ने सिस्टम की शुरुआत की है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यूएई ने रविवार को गैर-मुल्की कामगारों के लिए कड़े रेजीडेंसी नियमों को आसान बनाने के लिए एक बड़ी योजना का ऐलान किया है क्योंकि देश अपने माली हालत में सुधार करना चाहता है और गैर-मुल्की निवासियों और पूंजी को अपनी तरफ रागिब करना चाहता है.


ये भी पढ़ें: UAE ने वीज़ा नियमों में दी बड़ी ढ़ील, अब विदेशी लोगों को वहां मिलेंगे ये फायदे


 


इससे पहले यूनाइटेड अरब अमीरात में एक महदूद वक्त के लिए लोगों को वीज़ा फराहम किया जाता था. इसका मतलब ये कि पहले यूएई ने अपने यहां रेसिडेंसी के दर्जे को पूरी तरह से नौकरी से जोड़कर रखा था जिसकी वजह से अगर किसी शख्स की नौकरी नहीं रहती तो उसे मुल्क छोड़ना पड़ता था. लेकिन अब यूनाइटेड अरब अमीरात की हुकूमत ने नियमों बदलाव किए हैं, जिससे ना सिर्फ वहां रह रहे गैर-मुल्की अफराद बिना कंपनी के स्पॉन्सर किए रह सकते हैं बल्कि उन्हें और भी कई रियायतें मिल सकेंगी.


नए ग्रीन वीजा के अहम प्वाइंट
ग्रीन वीजा रखना वाले लोगों की इजाज़त से अब उसके  माता-पिता और 25 साल की उम्र तक के बच्चे भी यूएई का सफर कर सकते हैं.
अगर किसी ने अपनी नौकरी गंवा दी तो अब वह मज़ीद 6 माह तक रह कर वहां नौकरी तलाश कर सकता है. 
साथ साथ ये भी कि वहां रह कर काम करने वाले फ़्रीलांसर, विधवा या तलाक़शुदा लोगों के लिए भी वीज़ा नियमों में छूट दी गई है.


ये भी पढ़ें: अब UAE से सऊदी अरब के सफर के लिए तैयार हो जाएं भारतीय, इन तीन देशों से हटा बैन


भारतीयों को कैसे होगा फायदा?
यूनाइटेड नेशन (2020) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) में बड़ी तादाद में भारतीय कामगार रहते हैं, जिनकी तादाद लगभाग 35 लाख (3.5 मिलियन) है. यूएई हुकूमत का यह नया कदम टेक्नोलॉजी सेक्टर के कामगारों को पायदा उठाने का मौका मिलेगा, क्योंकि यूएई की योजना प्रतिभाशाली लोगों को काम पर रखने और कदम टेक्नोलॉजी कंपनियों को तरगीब देने पर करने पर ही मुंहसिर है.


Zee Salaam Live TV: