इस्लामाबादः पाकिस्तानी फिल्मों के साथ ही हॉलीवुड में काम करने वाले पाकिस्तानी के अभिनेता जिया मोहिद्दीन की सोमवार को मौत हो गई. वो 91 साल के थे. उनके अहले खाना ने यह जानकारी दी है. घर के लोगों के मुताबिक, उन्हें पेट दर्द और बुखार की शिकायत के बाद कराची के अस्पताल में दाखिल कराया गया था. बाद में कुछ सर्जिकल प्रक्रिया के बाद उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था, जिसके बाद सुबह करीब साढ़े छह बजे उन्होंने इस दुनिया-ए- फानी को अलविदा कह दिया. 


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मोहिद्दीन 1931 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के फैसलाबाद में पैदा हुए थे. उन्होंने अदाकारी, प्रसारण और कविता पाठ में खासी मकबूलियत हासिल की थी. अपने करियर के दौरान उन्होंने ब्रिटिश सिनेमा और टेलीविजन के अलावा पाकिस्तानी सिनेमा और टेलीविजन में भी अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया था. उन्होंने, डेविड लीन द्वारा निर्देशित फिल्म 'लॉरेंस ऑफ अरेबिया’ (1962), फ्रेड ज़िनेमैन की फिल्म 'बीहोल्ड द पेल होर्सिन’ (1964) और जमील देहलवी द्वारा निर्देशित 'इमैक्युलेट कॉन्सेप्शन’ (1992) में यादगार भूमिका निभाई थी. 


इसके अलावा, मोहिद्दीन ने तीन किताबें 'ए कैरट इज ए कैरट’, 'थिएट्रिक्स’ और 'द गॉड ऑफ माई आइडोलट्री मेमोरीज एंड रिफ्लेक्शंस’ भी लिखीं है. दिग्गज अदाकार को कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 2012 में पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान यानी ’हिलाल-ए-इम्तियाज’ से नवाजा गया था. 


मोहिद्दीन की मौत पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रंज-ओ-गम का इज्हार किसा है. डॉन अखबार की खबर के मुताबिक, प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में प्रधानमंत्री ने कहा कि मोहिद्दीन की कला ’अपनी तरह की अनूठी’ है और उनकी अनूठी शैली को न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि पूरी दुनिया में सराहा जाता है. उन्होंने कहा, “यह बेहद अफसोस की बात है कि एक प्रतिभासंपन्न शख्स हमारे बीच से चला गया. वहीं मोहिद्दीन की मौत के बाद भारत में भी उनके चाहने चालों में गम का माहौल देखा गया है. कई भारतीय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर मोहिद्दीन की तस्वीर पोस्ट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है. 


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