लाहौर: पाकिस्तान के साबिक तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर (Pakistan fast bowler Mohammad Amir) का कहना है कि वह इस बात का खुलासा नहीं करना चाहते कि उन्होंने किन हालातों में आलमी क्रिकेट से अलविदा कहा, क्योंकि इसके पीछे की दास्तां काफी खौफनाक है.


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आमिर ने कहा, 'अपने मुल्क के लिए जिस खेल को खेलते हैं उसको अलविदा कहना आसान नहीं होता है. मैंने इस फैसले को लेने से पहले काफी सोचा. मैंने अपने करीबियों से इस बारे में चर्चा और तब फैसले पर पहुंचा था'


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उन्होंने कहा, 'अगर मैं तफसीली जानकारी में जाऊं और उन चैप्टर को दोबारा खोलूं तो यह काफी दर्दनाक हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि हमारे खिलाड़ी, खास कर नौजवान मुलतक्बिल में इन चीजों का सामना नहीं करेंगे जो मुझे करना पड़ा. मैं नहीं चाहता कि हमारे युवा खिलाड़ी अपने करियर की कुर्बानी दें जैसा मैंने किया.'


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पाकिस्तानी गेंदबाज ने कहा, 'मेरे लिए इज़्ज़त ज़्यादा अहमियत रखती है और मुझे लगता है कि मुझे वो इज़्ज़त नहीं मिली जिसका मैं हकदार था और इसलिए मैंने आलमी क्रिकेट को छोड़ने का फैसला किया.'


वहीं आमिर के नक्कादों का कहना है कि वह मुल्क के बजाए फ्रेंचाइजी लीग में खेलना पसंद करते हैं, इस पर उन्होंने कहा कि उन्हें वैसी इज़्ज़त नहीं मिली जिसके वह हकदार थे, इसलिए आलमी क्रिकेट को छोड़ने का फैसला किया.


गौरतलब है कि आमिर (Mohammad Amir) अपने करियर के शुरुआती दौर में स्पॉट फिक्सिंग के इल्ज़ामों के चलते पांच सालों तक पाबंदी का सामना कर चुके हैं. आमिर ने 2019 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था जबकि पिछले साल अगस्त में उन्होंने क्रिकेट के सभी फार्मेंट को अलविदा कह दिया था.
इनपुट- आईएएनएस


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