Putin Arrest Warrant: इंटरनेशनल क्रिमनल कोर्ट (International Criminal Court, ICC) ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है. अदालत ने कहा कि पुतिन यूक्रेन से बच्चों के अपहरण के लिए व्यक्तिगत तौर पर युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदार हैं. हालांकि विश्व के नेताओं पर पहले भी आरोप लगाया गया है, यह पहली बार था जब आईसीसी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के पांच स्थायी सदस्यों में से एक के नेता के खिलाफ वारंट जारी किया था.


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अदालत ने एक बयान में कहा कि पुतिन "(बच्चों) के गैर कानूनी ट्रांसफर के युद्ध अपराध के लिए कथित तौर पर जिम्मेदार हैं और यूक्रेन के कब्जे वाले इलाकों से रूस बच्चों के गैर कानूनी ट्रांसफर करने के लिए जिम्मेदार हैं." हालांकि रूस ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है लेकिन पुतिन को यह आरोप पूरी जिंदगी के लिए दाग देगें. बड़ी बात यह है कि वो जब भी किसी देश में शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जाएंगे तो उन्हें गिरफ्तारी का डर सताता रहेगा. 


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अदालत के अध्यक्ष, पिओट्र हॉफमंस्की ने एक वीडियो बयान में कहा कि आईसीसी के न्यायाधीशों ने वारंट जारी किए हैं, लेकिन उन्हें लागू करना अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर निर्भर करेगा. ऐसा करने के लिए अदालत के पास अपना कोई पुलिस बल नहीं है.


रटगर्स यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय कानून और सशस्त्र संघर्ष के एक्सपर्ट आदिल अहमद हक ने कहा कि पुतिन चीन, सीरिया, ईरान, उनके कुछ सहयोगियों के पास जा सकते हैं, लेकिन वह बाकी दुनिया की यात्रा नहीं करेंगे और आईसीसी के सदस्य देशों की यात्रा नहीं करेंगे, क्योंकि वहां जाकर उनकी गिरफ्तारी के खदशा और ज्यादा बढ़ जाएगा." 


पूर्व अंतरराष्ट्रीय अभियोजक डेविड क्रेन ने एसोसिएटेड प्रेस को इस मामले को लेकर कहा कि व्लादिमीर पुतिन को हमेशा विश्व स्तर पर एक अछूत के तौर पर याद किया जाएगा. उन्होंने दुनिया भर में अपनी सारी राजनीतिक विश्वसनीयता खो दी है. कोई भी विश्व नेता जो उनके साथ खड़ा होता है, उसे भी शर्मिंदा होना पड़ेगा.