Britain News: ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने रविवार को आव्रजन के खिलाफ चल रहे हिंसक प्रदर्शनों को रोकने का संकल्प लिया और कहा कि इसमें शामिल लोगों को "कानून की ताकत" का एहसास होगा. मीडिया को खिताब करते हुए स्टारमर ने कहा कि गिरफ्तारियां होंगी, आरोप लगाए जाएंगे और जुर्म भी तय होगा. प्रधानमंत्री ने विरोध प्रदर्शनों में शामिल लोगों को चेतावनी देते हुए कहा, "इसमें भाग लेने पर आपको पछतावा होगा."


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हिंसा की जगह नहीं
कीर स्टारमर ने कहा, "यह कोई विरोध प्रदर्शन नहीं है, यह संगठित, हिंसा है. इसका हमारी सड़कों या ऑनलाइन प्लेटफार्म पर कोई जगह नहीं है." स्टारमर की प्रतिक्रिया रॉदरहैम में शरणार्थियों के आवास वाले एक होटल पर भीड़ की तरफ से हमला किए जाने के बाद आई.


प्रधानमंत्री की चेतावनी
स्टारमर ने कहा कि हिंसक भीड़ "हमारे देश का प्रतिनिधित्व नहीं करती". उन्होंने कहा, "अगर आप लोगों को उनकी त्वचा के रंग या आस्था के कारण निशाना बनाते हैं, तो यह अति-दक्षिणपंथी है." 


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क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि पिछले हफ़्ते उत्तर-पश्चिम इंग्लैंड में बच्चों की डांस क्लास में चाकू से हमला करके तीन लड़कियों का कत्ल करने का मामला सामने आया. इसके बाद ब्रिटेन भर के शहरों और कस्बों में सैकड़ों आप्रवास विरोधी समूहों की ओर से हिंसक प्रदर्शन हुए हैं. शनिवार को इंग्लैंड और उत्तरी आयरलैंड के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो जाने के बाद पुलिस ने दर्जनों लोगों को गिरफ़्तार किया.


मुस्लिम नहीं था आरोपी
लड़कियों की हत्याओं को आप्रवासी विरोधी और मुस्लिम विरोधी ग्रुपों ने खूब भुनाया क्योंकि कातिल के बारे में गलत सूचना फैली कि संदिग्ध एक मुस्लिम प्रवासी था. पुलिस ने कहा कि संदिग्ध मुस्लिम नहीं है. वह ब्रिटेन में पैदा हुआ था. मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि उसका परिवार ईसाई था.


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