Russia Ukraine: याल्टा यूरोपीय रणनीति की वार्षिक बैठक के दौरान पैनल चर्चा में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने जोर देकर कहा कि रूस के साथ युद्ध के अंत को लेकर बातचीत करना असंभव है क्योंकि वह अपनी स्थिति बताने में विफल रहा है.


युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं जेलेंस्की


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उनका कहना था कि, "हम युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं, लेकिन हमारी परिस्थितियां और क्षमताएं बदल गई हैं. हमारे लोग आतंकवादियों के साथ बातचीत नहीं करना चाहते हैं. हालांकि अगर चाहे तो कोई उनसे संवाद कर सकता है, क्योंकि कम से कम ये पता चलेगा कि वे क्या चाहते हैं."


रूस पर भरोसा नहीं कर सकते


जेलेंस्की ने इस बात पर जोर दिया कि इस बात का कोई भरोसा नहीं है कि रूसी पक्ष अपने द्वारा किए गए किसी भी वादे को पूरा करेगा. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि वे नहीं करेंगे. कोई भी विश्वास नहीं करता (कि वे करेंगे). आप उनके साथ सौदा नहीं करना चाहेंगे."


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रूसी सेना को हटने के लिए कहा


राष्ट्रपति ने कहा कि इससे पहले कि रूसी संघ के साथ राजनयिक वार्ता संभव हो, रूसी सेना को यूक्रेन से हटना होगा और रूस को आतंकवादी की तरह व्यवहार करना बंद करना होगा. अंत में जेलेंस्की ने कहा, "हमें (रूस) के साथ राजनयिक संचार का एक चैनल खोलने के लिए, (रूसी नेताओं) को अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रदर्शन करना चाहिए, कि वे उस भूमि को वापस देने के लिए तैयार हैं जो उनकी नहीं है. तब हम बातचीत शुरू कर सकते हैं जो राजनयिक उपायों को खोल सकते हैं."


जारी है युद्ध


ख्याल रहे कि रूस और यूक्रेन के दरमियान संघर्ष जारी है. रूस ने यूक्रेन के कई इलाकों पर कब्जा कर लिया है. यूक्रेन ने भी जवाबी कार्यवाई करते हुए रूस को जवाब दिया है. यु्द्ध के दौरान कई भारतीय युक्रेन में फेंसे थे उन्हें भारत ने मुश्किल से वहां से निकाला है.


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