कार ब्लास्ट: संदिग्‍ध बाइक बरामद, तलाश जारी
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कार ब्लास्ट: संदिग्‍ध बाइक बरामद, तलाश जारी

इजरायली दूतावास की कार में सोमवार के विस्फोट के दो दिन बाद बुधवार को दिल्ली पुलिस ने दक्षिणी दिल्ली के लाडोसराय इलाके से एक पार्क में लावारिस हालत में पड़ी एक लाल रंग की मोटरसाइकिल बरामद की।

नई दिल्ली : इजरायली दूतावास की कार में सोमवार के विस्फोट के दो दिन बाद बुधवार को दिल्ली पुलिस ने दक्षिणी दिल्ली के लाडोसराय इलाके से एक पार्क में लावारिस हालत में पड़ी एक लाल रंग की मोटरसाइकिल बरामद की। इस बम विस्‍फोट के मामले में पुलिस को हालांकि अब तक कोई ठोस सफलता हाथ नहीं लगी है, पर हमलावर की तलाश जोर शोर से जारी है। वहीं, इस धमाके के सिलसिले में दिल्‍ली में ईरानी और लेबनानी छात्रों से पूछताछ जारी है।

 

 

विस्फोट के सुराग का पता लगाने के लिए जांचकर्ताओं ने बुधवार को ईरान, इजरायल तथा लेबनान में किए गए 115 फोन कॉल के रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी। सूत्रों के अनुसार, इजरायली दूतावास की गाड़ी में विस्फोट से 15 दिन पहले इन देशों में फोन किए गए थे। विस्फोट को अंजाम देने वालों के बारे में पता लगाने के लिए जांचकर्ता फोन कॉल की जांच कर रहे हैं। सूत्रों का हालांकि कहना है कि अब तक कोई सबूत नहीं मिले हैं, जिससे पता चलता हो कि हमले का षड्यंत्र ईरान में किया गया या इसके तार ईरान से जुड़े हुए हैं।

पुलिस अब भी पूछताछ कर रही है कि क्या बरामद हुई मोटरसाइकिल का इस्तेमाल वाहन पर बम चिपकाने के लिए किया गया था? एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी इसकी पुष्टि की जानी है कि विस्फोट में यह मोटरसाइकिल इस्तेमाल हुई थी या नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि फॉरेंसिक विशेषज्ञ मोटरसाइकिल पर मौजूद फिंगर प्रिंट की जांच कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि उन्होंने मोटरसाइकिल के असली मालिक का पता लगा लिया है। उसका नाम राजीव माग्गो है। माग्गो ने वर्ष 2008 में यह मोटरसाइकिल अभिषेक शौकीन को बेच दी थी। उसके बाद दो अन्य लोगों ने इसे खरीदा, जिसकी पहचान अभी की जानी है।

इस बीच़ इजरायली फॉरेंसिक विशेषज्ञों की नौ सदस्यीय टीम ने विस्फोट में क्षतिग्रस्त कार की जांच की। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जांचकर्ताओं की टीम दक्षिणी दिल्ली की लोधी कॉलोनी में दिल्ली पुलिस की आतंकवाद विरोधी यूनिट की विशेष इकाई के दफ्तर भी पहुंची। उन्होंने विस्फोट में क्षतिग्रस्त हुए वाहन का मुआयना किया।

इजरायली जांचकर्ताओं की टीम जॉर्जिया के तबलिसी और बैंकॉक में हुए विस्फोट में इस्तेमाल विस्फोटकों के नमूने लेकर बुधवार दोपहर दिल्ली पहुंची। वे जांच करना चाहते हैं कि क्या विस्फोट की तीनों घटनाओं में किसी तरह की समानता है? पुलिस की विशेष ईकाई के एक अधिकारी ने बताया कि इजरायली और दिल्ली पुलिस के अधिकारी तीनों विस्फोटों में इस्तेमाल की गई कार्य प्रणाली पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि हम इसकी जांच करेंगे कि क्या सोमवार के विस्फोट में भी उसी तरह के विस्फोटक इस्तेमाल किए गए थे।

 

औरंगजेब रोड पर सोमवार शाम हुए विस्फोट के तुरंत बाद पुलिस ने लाल रंग की मोटरसाइकिल वाले पांच लोगों को हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था। इस विस्फोट में इजरायली राजनयिक ताल येहोशुआ कोरेन की पत्नी सहित चार लोग घायल हो गए थे। पुलिस के अनुसार, प्रत्यदर्शियों के अनुमान तथा सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि हमलावर लाल रंग की मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए थे और इजरायली दूतावास की इनोवा गाड़ी पर बम लगाकर भाग गए।

 

इस संदिग्‍ध  मोटरसाइकिल का नंबर DL 7ST-8532 है, जिसे जांच अधिकारियों और पुलिस ने अपने कब्‍जे में कर लिया है। अब संभावना यह जताई जा रही है कि इस ब्‍लास्‍ट को लेकर कोई ठोस सुराग हाथ लग जाए। अब दिल्‍ली में कार बम धमाका मामले में जांच एजेंसियों की नजर लेबनानी और ईरानी छात्रों पर है और इस सिलसिले में पूछताछ की जा रही है।

 

वहीं, हमले की जांच कर रहे जांचकर्ताओं ने कहा कि शुरुआती फोरेंसिक जांच में पता लगा है कि विस्फोट वाले पदार्थ में पोटेशियम क्लोरेट और नाइट्रेट शामिल था। जांच की निगरानी कर रहे अधिकारियों ने कहा कि जांच में प्रयुक्त विस्फोटक पदार्थ की मात्रा बहुत कम है।

 

फोरेंसिक विशेषज्ञ विस्फोटक पदार्थ और इससे हमला करने की प्रणाली को समझने में लगे हैं और अधिकारियों का कहना है कि विस्फोट के बावजूद वाहन की धातु (ढांचे की उपरी परत) पूरी तरह से टूटी नहीं जबकि इस धमाके से पास के बंगलों की खिड़की के शीशे टूट गए। अधिकारियों ने कहा कि केन्द्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की शुरूआती फोरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार, पोटेशियम क्लोरेट और नाइट्रेट के अवशेष पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन विस्फोट पदार्थों से धमाका होने का पूरा तंत्र अब भी स्पष्ट नहीं है। गौरतलब है कि औरंगजेब मार्ग पर 13 फरवरी को इस्राइली मिशन कार पर आतंकवादियों ने मैगनेटिक बम से हमला किया था।

 

सूत्रों ने बताया कि इजरायली दूतावास की कार पर हमले के लिए इस्तेमाल किए गए बम में 250 ग्राम विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया था। कार में एक राजनयिक सहित चार लोग सवार थे जो इस दौरान घायल हो गए थे। दिल्ली पुलिस इजरायली जांचकताओं के सहयोग से काम कर रही है और लाल बाइक की तलाश कर रही है जिसका उपयोग हमले के लिए किया गया। पुलिस ने राजधानी में रह रहे ईरानी नागरिकों का ब्यौरा इकट्ठा करना भी शुरू कर दिया है तथा वह सीएफएसएल की रिपोर्ट का इतंजार कर रही है।

 

जांचकर्ताओं को बम को चिपकाने के लिए इस्तेमाल किए गए उपकरण में चुंबकीय टुकड़े मिले थे लेकिन इसके बारे में सीसीटीवी फुटेज से ज्यादा मदद नहीं मिल सकी। लाल रंग की बाइक रखने वाले पांच लोगों को कल हिरासत में लिया गया था लेकिन बाद में छोड़ दिया गया जबकि एक अन्य व्यक्ति जो सीसीटीवी में इजरायली दूतावास के सामने दिखाई दिया था जांचकर्ताओं के समक्ष उपस्थित हुआ।

(ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो/एजेंसी)

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