Surya Gochar: नीच सूर्य इन 3 राशियों के लिए खड़ी करेंगे मुश्किलें, वाहन दुर्घटना को लेकर रहें अलर्ट
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Surya Gochar: नीच सूर्य इन 3 राशियों के लिए खड़ी करेंगे मुश्किलें, वाहन दुर्घटना को लेकर रहें अलर्ट

Surya Transit in Libra: तुला राशि में पहुंचते ही सूर्य नारायण नीच की स्थिति को प्राप्त कर लेते हैं, यानी यहां पर पहुंचते ही वह अपनी पावर छोड़ देते हैं. इस स्थिति में आने से कुछ कमजोर हो जाते हैं.

सूर्य गोचर

Surya Gochar in Libra: अंतरिक्ष में सूर्यदेव राशि परिवर्तन करते हुए 18 अक्टूबर को तुला राशि में आ चुके हैं. अभी तक वह राजकुमार बुध की राशि कन्या में बीते एक माह से थे. तुला राशि में पहुंचते ही सूर्य नारायण नीच की स्थिति को प्राप्त कर लेते हैं यानी यहां पर पहुंचते ही वह अपनी पॉवर छोड़ देते हैं. इस स्थिति में आने से कुछ कमजोर हो जाते हैं. ऐसा माना जा सकता है कि यहां पर आने के बाद वह अपना उतना अधिक प्रभाव नहीं डाल पाएंगे जितनी उनसे अपेक्षा की जाती है. तुला राशि में वह 17 नवम्बर तक रहेंगे. जानिए तुला राशि में सूर्य का एक माह का प्रवेश मेष, वृष  और मिथुन राशि के लोगों की सेहत के लिए कैसा रहेगा. 

मेष राशि

सूर्य का यह परिवर्तन मेष राशि वालों के जीवनसाथी के स्वास्थ्य में गिरावट ला सकता है, उन्हें हड्डियों से संबंधित समस्या और हाई बीपी हो सकता है. वाहन दुर्घटना और पेट से संबंधित समस्याओं को लेकर आपको अलर्ट रहना चाहिए. अपने वजन को कंट्रोल करने के लिए खानपान पर कंट्रोल करने के साथ ही व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करें.

वृष राशि

सूर्य तुला में आते ही नीच के हो जाएंगे जो वृष राशि वालों के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है.  आरोग्य के देवता ही अगर कमजोर पड़ जाएं तो आप भी कमजोर हो जाएंगे. रोगों को लेकर अलर्ट रहने की सलाह है. नींद न आना और शारीरिक थकावट जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, मॉर्निंग और इवनिंग वर्क आउट अवश्य करें. यदि कई दिनों से किसी रोग का इलाज चल रहा है तो एक बार पुनः चेकअप अवश्य करा लेना चाहिए, साथ ही डॉक्टर से दवाओं को भी रीशेड्यूल करा लें.

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य का परिवर्तन कुछ क्रोध को बढ़ाने वाला हो सकता है. मानसिक तनाव बढ़ने की स्थितियां हैं. पेट में दिक्कतें बढ़ती हुई दिख रही हैं, जिन लोगों को हाईपर एसिडिटी की समस्या है वह पानी का सेवन अधिक कर दें, साथ ही खानपान हल्का रखें. मानसिक तनाव बढ़ सकता है इसलिए शांत रहने का प्रयास करें और मेडिटेशन करें. चिंता के साथ बीपी का हाई होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

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