Maruti Suzuki: सचिन की पहली कार की कीमत थी 52 हजार, जानें मारुति का अब तक का इतिहास
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Maruti Suzuki: सचिन की पहली कार की कीमत थी 52 हजार, जानें मारुति का अब तक का इतिहास

Maruti Suzuki Facts: मारुति सुजुकी के भारत में लॉन्च को 40 साल पूरे हो गए हैं. मारुति ने भारत में सबसे पहले मारुति 800 लॉन्च की थी. आइए जानते हैं कि तब से आज तक कैसे मारुति देश की नंबर 1 कार निर्माता कंपनी बनी.

मारुति सुजुकी

Maruti Suzuki Company: मारुति सुजुकी देश की सबसे बड़ी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है. देश के कार बाजार के 44 फीसदी शेयर पर मारुति सुजुकी का कब्जा है. 800 के मॉडल से शुरू हुई देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी 40 साल की हो गई है. मारुति सुजुकी की लोकप्रियता और सफर दोनों ही बहुत रोचक रहे हैं. इसके अब तक 18 मॉडल पेश किए जा चुके हैं, जिसमें 800 से लेकर डिजायर तक शामिल हैं. जानते हैं मारुति की पहली कार की शुरुआत से लेकर अब तक का सफर.

सचिन तेंदुलकर की पहली कार

आज बंद हो चुकी मारुति 800 की पॉपुलैरिटी उस वक्त बहुत ज्यादा थी. मशहूर क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने पहली गाड़ी मारुति 800 ही खरीदी थी. शाहरुख खान भी मारुति 800 के दीवाने हुआ करते थे, उन्होंने भी मारुति 800 ली थी.

मारुति और सुजुकी

मारुति सुजुकी भारत और जापान की कंपनियों से मिलकर बनी है. जापान की सुजुकी और भारत की मारुति के बीच एक समझौता हुआ और तब से ये भारत की मुख्य कंपनियों में शामिल हो गई.

सुजुकी की शुरुआत

सुजुकी की शुरुआत जापान के एक छोटे से गांव से हुई थी. सन् 1920 मे सुजुकी कंपनी को मीचियो सुजुकी ने शुरू किया था. जापान सुजुकी की भारत में बहुत लोकप्रिय हुई.

भारत में लाने की कोशिश

सुजुकी एक सस्ती कार थी. भारत में सुजुकी लाने का विचार सबसे पहले 1959 में कैबिनेट मंत्री मनुभाई शाह को आया था, इसके बाद कमिटी में मारुति के ऊपर चर्चा भी हुई, लेकिन ये प्लान पूरा नहीं हो पाया. संजय गांधी ने सुजुकी के लिए कई कोशिशें की, 1981 में संजय गांधी की मौत हो गई.

पहली मारुति का लॉन्च

कई कोशिशों के बाद सन् 1983 में मारुति सुजुकी ने अपनी पहली कार भारत में लॉन्च की. सुजुकी ने देश में सबसे पहले मारुति 800 लॉन्च की. उस वक्त 800 की कीमत 52 हजार रुपये थी. 

लकी ड्रॉ के जरिए बिक्री

भारत में पहली मारुति को लकी ड्रॉ के जरिेए बेचा गया था. मारुति 800 खरीदने के लिए करीब 20 हजार लोगों ने बुकिंग की थी, लेकिन सिर्फ हरपाल सिंह नाम के लकी शख्स को लॉटरी के जरिए मारुति खरीदने का मौका मिला. हरपाल सिंह को मारुति की चाबी तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सौंपी थी. 

140 थी स्पीड

आज बंद हो चुकी मारुति 800 उस वक्त बहुत लोकप्रिय थी. इसकी स्पीड 140 किलोमीटर प्रति घंटा थी. मारुति 800 की हाइएस्ट स्पीड 144 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई है. 

पाकिस्तान में नंबर 1

मारुति पाकिस्तान में चोरी की जाने वाली कारों में नंबर 1 पर है, यानी की पाकिस्तान में भी मारुति की काफी लोकप्रियता है.

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