भारत ने फरवरी में विनिर्माण, सेवा क्षेत्र की वृद्धि में चीन को पीछे छोड़ा : एचएसबीसी
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भारत ने फरवरी में विनिर्माण, सेवा क्षेत्र की वृद्धि में चीन को पीछे छोड़ा : एचएसबीसी

उभरते बाजारों की उत्पादन वृद्धि फरवरी में पांच महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई और भारत के विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र ने इस महीने चीन के मुकाबले ज्यादा तेज वृद्धि दर्ज की। यह बात गुरुवार को एचएसबीसी के सर्वेक्षण में कही गई।

नई दिल्ली : उभरते बाजारों की उत्पादन वृद्धि फरवरी में पांच महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई और भारत के विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र ने इस महीने चीन के मुकाबले ज्यादा तेज वृद्धि दर्ज की। यह बात गुरुवार को एचएसबीसी के सर्वेक्षण में कही गई।

खरीद प्रबंधकों के सूचकांक के सर्वेक्षणों पर आधारित एचएसबीसी का मासिक संकेतक उभरते बाजारों का सूचकांक :ईएमआई: फरवरी में बढ़कर 51.9 हो गया जो जनवरी में 51.2 पर था। इससे संकेत मिलता है कि पिछले साल सितंबर के बाद यह अब तक की सबसे तेज वृद्धि है लेकिन विकसित देशों के मुकाबले कम है।

मार्केट के प्रमुख अर्थशास्त्री क्रिस विलियमसन ने कहा कि फरवरी में उभरती अर्थव्यवस्थाओं में नए स्वागतयोग्य संकेत दिखे। हालांकि, विकसित देशों के मुकाबले उभरते बाजारों को प्रदर्शन अभी भी कुछ धीमा बना हुआ है। चार में से तीन उभरती अर्थव्यवस्थाओं ने फरवरी में ज्यादा उत्पादन दर्ज किया। भारत में सबसे अधिक विस्तार दर्ज हुआ जिसके बाद चीन का स्थान रहा। ब्राजील में निजी क्षेत्र के कारोबार की गतिविधियां पांच महीने में पहली बार बढ़ीं हैं। इसके उलट रूस के निजी क्षेत्र के उत्पादन में मई 2009 के बाद सबसे अधिक गिरावट आई है।

फरवरी के दौरान एचएसबीसी का भारत संबंधी मिश्रित सूचकांक जिसमें विनिर्माण और सेवा क्षेत्र शामिल हैं, 53.5 प्रतिशत पर रहा जबकि चीन का 51.8 अंक पर रहा। ब्राजील का सूचकांक 51.3 और रूस का 44.7 पर रहा। इस सूचकांक में 50 से उपर रहना वृद्धि और 50 से नीचे संकुचन का संकेतक है।

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