अगर आपकी सैलरी हर महीने की 30 तारीख को आती है तो यह खबर आपके लिए है. सार्वजनिक बैंक कर्मचारी और अधिकारियों के 30 मई से दो दिन की हड़ताल पर जाने का असर आपकी सैलरी पर पड़ सकता है.
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नई दिल्ली : अगर आपकी सैलरी हर महीने की 30 तारीख को आती है तो यह खबर आपके लिए है. सार्वजनिक बैंक कर्मचारी और अधिकारियों के 30 मई से दो दिन की हड़ताल पर जाने का असर आपकी सैलरी पर पड़ सकता है. दरअसल बैंक यूनियंस की तरफ से 30 मई की सुबह 6 बजे से हड़ताल पर जाने की घोषणा की गई है. दो दिन (48 घंटे) की यह हड़ताल 1 जून 2018 को सुबह 6 बजे खत्म होगी. ऐसे में महीने के अंतिम दो दिन बैंक कर्मचारियों के हड़ताल पर रहने का असर आपकी सैलरी को लेट कर सकता है.
नगदी निकासी में हो सकती है परेशानी
हड़ताल से नगदी निकासी में परेशानी हो सकती है. लेकिन ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. हालांकि बैंकों की तरफ से कहा गया है कि एटीएम से कैश निकालने में कोई परेशानी नहीं होगी. हड़ताल पर जाने से पहले एटीएम में पर्याप्त कैश भर दिया जाएगा. आपको बता दें कि बैंक यूनियंस की तरफ से दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान भारतीय बैंक संघ (IBA) की तरफ से वेतन में दो प्रतिशत की बढ़ोतरी करने के विरोध में किया जा रहा है.
बैंक यूनियन की बातचीत विफल
बैंक यूनियन लीडर अशोक गुप्ता ने एक चैनल से बातचीत में कहा कि सोमवार को बैंक यूनियन और बैंक एसोसिशन के बीच हुई बातचीत विफल हो गई. उन्होंने बताया कि आईबीए ने हमारी मांगों पर विचार करने से मना कर दिया है. बैंक यूनियन 14 से 15 प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी से कम पर तैयार नहीं हैं. वेतन में बढ़ोतरी 1 नवंबर 2017 से बकाया है. इससे पहले साल 2012 में 15 प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी की गई थी.
2 प्रतिशत बढ़ोतरी की पेशकश की थी
दरअसल IBA की तरफ से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों के वेतन में 2 प्रतिशत बढ़ोतरी की पेशकश की गई है. इसका बैंक कर्मचारी संघों ने विरोध किया है. वेतन बढ़ाने को लेकर 5 मई 2018 को हुई बैठक में आईबीए ने दो प्रतिशत वृद्धि की पेशकश की थी. इस दौरान यह भी कहा गया था कि अधिकारियों की मांग पर बातचीत केवल स्केल 3 तक के अधिकारियों तक सीमित होगी.