देश के पहले 14 लेन हाइवे पर खुली जीप में सफर करेंगे पीएम मोदी, यह है पूरा प्रोग्राम
Advertisement

देश के पहले 14 लेन हाइवे पर खुली जीप में सफर करेंगे पीएम मोदी, यह है पूरा प्रोग्राम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को देश के पहले स्मार्ट और ग्रीन हाईवे ‘ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे' (EPE) का रविवार को उद्घाटन करेंगे. इस हाइवे को 11 हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है.

ईस्टर्न पेरिफेरल को तैयार करने में 11 हजार करोड़ रुपये की लागत आई है. (PTI)

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को देश के पहले स्मार्ट और ग्रीन हाईवे ‘ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे' (EPE) का रविवार को उद्घाटन करेंगे. इस हाइवे को 11 हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि इस दौरान पीएम दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर खुली जीप में यात्रा करेंगे. पीएम का 'रोड शो' निजामुद्दीन ब्रिज से शुरू होगा. यह दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का करीब 9 किलोमीटर का पहला चरण है. इस पर 6 किलोमीटर की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर से बागपत जाने का कार्यक्रम है. बागपत में वह ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे देश को समर्पित करेंगे.

11 हजार करोड़ से बना ईस्टर्न पेरिफेरल
दिल्ली-मेरठ हाइवे को बनाने में 842 करोड़ की लागत आई है. रोड ट्रांसपोर्ट, हाइवे एंड शिपिंग मिनिस्टर नितिन गडकरी ने बताया कि प्रधानमंत्री दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 6 किलोमीटर खुले जीप पर यात्रा करेंगे. पीएम वहां प्रदर्शनी तथा 3D मॉडल का भी उद्घाटन करेंगे. इसके बाद वह देश को ईपीई समर्पित करने के लिए बागपत जाएंगे. गडकरी ने बताया कि कुल 135 किलोमीटर लंबे ईस्टर्न पेरिफेरल को तैयार करने में 11 हजार करोड़ रुपये की लागत आई है.

सौर ऊर्जा से रोशन होगा हाइवे
उन्होंने बताया कि यह देश का पहला राजमार्ग है जहां सौर बिजली से सड़क रोशन होगी. इसके अलावा प्रत्येक 500 मीटर पर दोनों तरफ रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की व्यवस्था होगी. हाइवे पर 36 राष्ट्रीय स्मारकों को प्रदर्शित किया जाएगा और 40 झरने होंगे. उन्होंने बताया कि इसे रिकार्ड 500 दिन में पूरा किया गया है. एक्सप्रेस वे पर 8 सौर संयंत्र हैं जिनकी क्षमता 4 मेगावॉट है. प्रधानमंत्री ने इस परियोजना के लिये आधारशिला 5 नवंबर 2015 को रखी थी.

हाइवे पर ढाई लाख पेड़-पौधे लगाए गए
गडकरी ने बताया कि पूरे हाइवे पर ढाई लाख पेड़-पौधों को लगाया गया है. हाइवे पर 8-10 साल की उम्र वाले पेड़ों को भी लगाया गया है. निर्धारित स्पीड से ज्यादा वाहन चलाने पर आटो चालान की व्यवस्था है. हाइवे पर ओवर स्पीड में चलने वाले वाहनों की पिक्चर कैमरा कैद कर लेगा. इस पर दूरी के हिसाब से टोल लिया जाएगा. ईपीई के एंट्री प्वाइंट कुंडली पर आइकोनिक टोल प्लाजा बनाया गया है.

हरियाणा में कुंडली से शुरू होने वाला ईपीई सोनीपत, बागपत, गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद और पलवल से होकर गुजरता है. इसे तैयार करने में 11 लाख टन सीमेंट, एक लाख टन स्टील, 3.6 क्यूबिक मीटर अर्थवर्क, 1.2 क्यूबिक मीटर फ्लाइएश का प्रयोग हुआ है.

Trending news