कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजों से तय होगी बाजार की दिशा
Advertisement

कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजों से तय होगी बाजार की दिशा

शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कंपनियों के तिमाही नतीजों से तय होगी. सप्ताह के दौरान कई बैंकों तथा इन्फोसिस और आईटीसी जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे आएंगे.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कंपनियों के तिमाही नतीजों से तय होगी. सप्ताह के दौरान कई बैंकों तथा इन्फोसिस और आईटीसी जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे आएंगे. इससे यह भी पता चलेगा कि कंपनियों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्वयन का क्या असर पड़ा है. विशेषज्ञों ने यह राय जताई है. विशेषज्ञों ने कहा कि गुरुवार को मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान का भी बाजार पर असर पड़ेगा. उनका कहना है कि मौजूदा स्तर पर सेंसेक्स और निफ्टी और मजबूत होंगे. हालांकि, यह इस पर निर्भर करेगा कि बैंकों के तिमाही नतीजे कैसे रहते हैं.

  1. मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान का भी बाजार पर असर पड़ेगा
  2. मौजूदा स्तर पर सेंसेक्स और निफ्टी और मजबूत होंगे
  3. बैंकों के तिमाही नतीजे कैसे रहते हैं, इस पर निर्भर करेगा

सप्ताह के दौरान आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईडीएफसी बैंक और विजया बैंक के तिमाही नतीजे आने हैं. वहीं कई आईटी कंपनियों मसलन इन्फोसिस और एचसीएल टेक भी अपने तिमाही नतीजे घोषित करेंगी. इस सप्ताह जिन अन्य प्रमुख कंपनियों के तिमाही नतीजे आने हैं उनमें आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, मारुति सुजुकी, आईओसी, ओएनजीसी, अंबुजा सीमेंट्स, एशियन पेंट्स, एलएंडटी फाइनेंस, एमएंडएम फाइनेंशियल सर्विसेज, टाटा कम्युनिकेशंस और बायोकॉन शामिल हैं. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "आगामी दिनों में दूसरी तिमाही के नतीजे महत्वपूर्ण रहेंगे. इनसे बाजार की दिशा तय होगी. इसके अलावा सप्ताह के अंत में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की प्रमुख के संबोधन पर भी सभी की नजर होगी."

सप्ताह के दौरान रिलायंस निप्पन लाइफ एसेट मैनेजमेंट का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) भी आएगा. वहीं इंडिया एनर्जी एक्सचेंज (आईईई) सूचीबद्ध होगी. अभी तक कंपनियों के तिमाही नतीजे कमजोर रहे हैं. वहीं सम्वत 2074 की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है. गुरुवार को दिवाली पर मुहूर्त कारोबार में सेंसेक्स 194 अंक टूटकर 32,389.96 अंक पर बंद हुआ. सम्वत 2073 में सेंसेक्स 16 प्रतिशत से अधिक चढ़ा है. वहीं इस दौरान सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 25 लाख करोड़ रुपये से अधिक बढ़ा है.

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा, "बैंकों के नतीजों में गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) की प्रमुख भूमिका है. इससे बैंकिंग शेयर दबाव में हैं. हालांकि, बाजार आगामी दिनों में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के मोर्चे पर कुछ सकारात्मक चीजों की उम्मीद कर रहा है."

Trending news