बड़ी खबर! SpiceJet बेचने जा रही है अपनी 24 फीसदी हिस्‍सेदारी, जानिए कौन दिग्गज है खरीदार?
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बड़ी खबर! SpiceJet बेचने जा रही है अपनी 24 फीसदी हिस्‍सेदारी, जानिए कौन दिग्गज है खरीदार?

SpiceJet : भारत की सस्‍ती घरेलू विमान सेवा कंपनी स्‍पाइसजेट अपनी हिस्‍सेदारी बेचने की तैयारी में है. कंपनी ने बताया है कि वह कई निवेशकों के साथ बातचीत कर रही है. इसमें मध्‍यपूर्व की एक बड़ी एयरलाइन के अलावा एक भारतीय कंपनी भी शामिल है, जिसने हिस्‍सेदारी खरीदने में रुचि दिखाई है. आइये जानते हैं लेटेस्ट अपडेट.

बड़ी खबर! SpiceJet बेचने जा रही है अपनी 24 फीसदी हिस्‍सेदारी, जानिए कौन दिग्गज है खरीदार?

SpiceJet Sale: भारत की सस्‍ती विमान सेवा कंपनी स्‍पाइसजेट (SpiceJet) ने अपनी कुछ हिस्‍सेदारी बेचने जा रही है. एयरलाइन कंपनी ने इसकी जानकारी दी है. बुधवार को मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि कंपनी के स्पोक पर्सन अजय सिंह अपनी 24 फीसदी हिससेदारी बेचने के लिए खरीदार की तलाश में हैं. इसके लिए स्पाइसजेट ने बातचीत भी शुरू कर दी है.

स्पाइसजेट बेच रहा हिस्सेदारी!

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्‍पाइसजेट ने इसके लिए मध्‍यपूर्व की एक बड़ी विमानन कंपनी के साथ बातचीत कर रही है. इस कंपनी ने स्‍पाइसजेट की 24 फीसदी हिस्‍सेदारी खरीदने में रुचि दिखाई है. अगर स्पाइस जेट से इस पर मंजूरी होती है तो इस कंपनी को स्‍पाइसजेट के बोर्ड में भी शामिल होने का मौका मिलेगा. हालांकि इसके अलावा एक और बड़ी भारतीय कंपनी भी इसमें स्पाइस जेट से हाथ मिलाने की तयारी में है.

स्‍पाइसजेट के प्रमोटर अजय सिंह से इस भारतीय कंपनी ने संपर्क भी किया है. अजय सिंह के पास अभी स्‍पाइसजेट में कुल 60 फीसदी की हिस्‍सेदारी है. इसके बाद कंपनी कई निवेशकों के साथ वित्‍तीय साझेदारी को लेकर बातचीत कर रही है और इस पर कोई फैसला होने पर जानकारी दी जाएगी. इतना ही नहीं,  इस सौदे के लिए सभी नियामकीय दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा.

कंपनी ने चुकाया एएआई का बकाया

स्‍पाइसजेट ने एक दिन पहले बताया था कि कंपनी ने इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी (एएआई) का पूरा बकाया चुका दिया है. दरअसल, स्‍पाइसजेट बीते चार साल से लगातार घाटे में चल रही है. कंपनी को 18-19 में 316 करोड़, 19-20 में 934 करोड़ और 20-21 में 998 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. दरअसल, कंपनी को कोरोना महामारी की वजह से घाटा लगा. इसके बाद डीजीसीए ने तकनीकी खामियों के कारण कंपनी को बीते जुलाई महीने में 50 फीसदी विमान ही उड़ाने का निर्देश दिया था. 

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