Karan Johar: फिल्म बनाकर खुद टिकट खरीदो और फ्री में बांटो, खतरनाक हो सकता है बॉलीवुड का यह नया ट्रेंड
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Karan Johar: फिल्म बनाकर खुद टिकट खरीदो और फ्री में बांटो, खतरनाक हो सकता है बॉलीवुड का यह नया ट्रेंड

Ranveer Singh Film: क्या बॉलीवुड में निर्माताओं द्वारा अपनी फिल्मों के टिकट खरीदने का ट्रेंड बन रहा हैॽ क्या उन्हें भरोसा नहीं कि दर्शक उनकी फिल्म के टिकट खरीदेंगेॽ रॉकी और रानी की प्रेम कहानी रिलीज होने को तैयार है और यह बहस जोर पकड़ रही है...

 

Karan Johar: फिल्म बनाकर खुद टिकट खरीदो और फ्री में बांटो, खतरनाक हो सकता है बॉलीवुड का यह नया ट्रेंड

Alia Bhatt Film: शुक्रवार को रिलीज होने जा रही रॉकी और रानी की प्रेम कहानी से बॉलीवुड को बहुत उम्मीदें हैं. सबकी नजर रणवीर सिंह और आलिया भट्ट की इस फिल्म पर है, जिससे निर्देशक करण जौहर करीब सात साल बाद बॉक्स ऑफिस पर वापसी कर रही हैं. फिल्म में रोमांटिक पारिवारिक ड्रामा है. फिल्म की एडवांस बुकिंग शुरू हो चुकी है, मगर खास बात यह कि खुद निर्माता-निर्देशक करण जौहर द्वारा फिल्म के 50 हजार टिकट खरीदने की खबर आ रही है. वह इन टिकटों को अपनी फिल्म से जुड़े ब्रांड्स के साथ मिलकर बाजार में मुफ्त बांटेंगे. इन ब्रांड के प्रोडक्ट खरीदने वालों को यह टिकट मुफ्त मिलेंगे. यह भी कहा जा रहा है कि कुछ शहरों में कॉलेज स्टूडेंट्स को भी फिल्म फ्री में दिखाई जाएगी.

एक के बाद एक ऑफर
बीते कुछ महीनों में बॉलीवुड में आदिपुरुष और शहजादा जैसी फिल्मों ने भी इसी तरह की रणनीति का इस्तेमाल किया गया था. आदिपुरुष के लिए, रणबीर कपूर और अन्य सेलेब्स ने 10,000 टिकट खरीदे थे. जबकि कार्तिक आर्यन स्टारर शहजादा के टिकटों पर एक खरीदो, एक मुफ्त पाओ का ऑफर था. लेकिन बॉलीवुड और फिल्म ट्रेड के जानकार इस आत्मघाती कदम मान रहे हैं. उनका कहना है कि ऐसे कदमों से साफ है कि बॉलीवुड के निर्माताओं का आत्मविश्वास हिल गया है. वे अच्छी और मनोरंजक फिल्में बनाने के बजाय, खुद टिकट खरीदने और सस्ते या यहां तक कि मुफ्त में टिकट देने की पेशकश कर रहा है.

फिल्म ट्रेड का कहना है
जानकारों की मानें तो ये ऐसा कदम है, जो फिलहाल भले ही दर्शकों को सिनेमाघरों में ले आए. परंतु आने वाले समय में दर्शक फिल्मों से दूर हो जाएंगे और तभी फिल्म देखने पहुंचेंगे, जब टिकट को लेकर पूरी तरह फ्री या एक पर एक फ्री जैसी योजनाएं होंगी. लंबे समय में ऐसी योजनाओं की वजह से बॉलीवुड का अर्थशास्त्र नष्ट हो जाएगा. सिनेमा के जानकारों का मानना है कि जब टिकट खरीदने वाले दर्शक नहीं आना चाहते, तो आप कुछ भी कर लीजिए, वे आएंगे ही नहीं. वास्तव में कारपोरेट बुकिंग या निर्माताओं द्वारा अपनी फिल्म के टिकट खरीदना सिर्फ यही बताता है कि वे किसी भी तरह से अपनी फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर हिट बताना चाहते हैं. टिकटों की ऐसी फर्जी कॉर्पोरेट बुकिंग आत्मघाती है और बॉलीवुड के लिए विनाश का कारण बनेगी. साफ है कि अगर अच्छी फिल्में बनें तो दर्शक सिनेमाघरों में आएंगे. जुलाई में तीन हॉलीवुड फिल्मों मिशन इम्पॉसिबल 7, ओपेनहाइमर और बार्बी ने महंगी टिकटों के बावजूद दर्शकों को आकर्षित किया. इससे पहले शाहरुख खान की पठान की ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी.

 

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