चंद्रचूड़ सिंह, फरदीन खान, हरमन बावेजा, उदय चोपड़ा, कुमार गौरव और राहुल रॉय कुछ ऐसे नाम हैं, जो बॉलीवुड में टिक नहीं पाए.
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नई दिल्ली: कहते हैं बॉलीवुड में किसी के लिए भी किस्मत का बड़ा योगदान होता है. यहां लंबे समय तक वही टिक पाता है, जिसकी किस्मत उसके साथ रहती है, लेकिन अभिनय के इस क्षेत्र में किस्मत के साथ-साथ आपकी मेहनत और लगन की भी भूमिका काफी अहम होती है. आज बॉलीवुड में सलमान खान, शाहरुख खान, आमिर खान, अक्षय कुमार, अजय देवगन कुछ ऐसे नाम हैं, जो वर्षों से यहां टिके हुए हैं और लगातार अपनी फिल्मों से अपने फैन्स को एंटरटेन करते आ रहे हैं. ये वह एक्टर्स हैं, जिन्होंने अपने अभिनय के साथ-साथ अपने लुक्स और बॉडी फिटनेस पर भी लगातार काम किया है.
इनके अलावा बॉलीवुड में कुछ ऐसे भी कलाकार रहे, जो अपने शुरुआती दौर में तो बड़े पर्दे पर छाए रहे, लेकिन अचानक वह बॉलीवुड से गायब भी हो गए. चंद्रचूड़ सिंह, फरदीन खान, हरमन बावेजा, उदय चोपड़ा, कुमार गौरव और राहुल रॉय कुछ ऐसे नाम हैं, जो बॉलीवुड में टिक नहीं पाए. आज ये सारे बॉलीवुड से दूर हैं और इनकी लेटेस्ट तस्वीर देखने के बाद शायद आपको काफी हैरानी भी होगी. तो आइए, आज हम कुछ इन्हीं एक्टर्स के बारे में बात करते हैं.
चंद्रचूड़ सिंह-
एक समय था जब इस चॉकलेटी ब्वॉय के हजारों फैंस थे. 1996 में फिल्म 'तेरे मेरे सपने' से चंद्रचूड़ ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. फिल्म 'माचिस' के लिए चंद्रचूड़ को फिल्मफेयर अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था. इसके बाद वह 'क्या कहना', 'जोश' और 'दागः द फायर' जैसी हिट फिल्मों में नजर आए. करीब एक दर्जन फिल्में करने के बाद चंद्रचूड़ अचानक फिल्मों से गायब हो गए. साल 2000 में चंद्रचूड़ का एक भयानक एक्सीडेंट हो गया. वह गोआ में बोट राइडिंग कर रहे थे. तभी ये हादसा हुआ और उनके कंधे बुरी तरह जख्मी हो गए. इसके बाद तो चंद्रचूड़ का करियर ठप पड़ गया. इस हादसे से उबरने में चंद्रचूड़ को करीब 10 साल लग गए. चंद्रचूड़ के घर की आर्थिक स्थिति भी काफी खराब हो गई. साल 2012 में उन्होंने फिल्म 'चार दिन की चांदनी' से वापसी की, लेकिन ये फिल्म फ्लॉप हो गई. उनके छोटे से करियर के चलते चंद्रचूड़ को हर किसी ने भुला दिया.
फरदीन खान-
सुपरस्टार फिरोज खान के बेटे फरदीन खान का नाम दिमाग में आते ही उनकी हालिया तस्वीर जेहन में आती है, जिसमें उन पर मोटापा झलक रहा था और वह चार्म भी गायब दिखा. मोटापे की वजह से सोशल मीडिया पर फरदीन का खूब मजाक भी उड़ाया गया, पर शायद लोग भूल गए कि जिस हीरो का वो मजाक उड़ा रहे हैं एक वक्त पर उसने अपने चार्म से स्क्रीन पर जादू कर दिया था. 90 के दशक में फरदीन ने फिल्म 'प्रेम अगन' से सुपरहिट डेब्यू किया था. पहली ही फिल्म के लिए फरदीन को फिल्मफेयर का बेस्ट डेब्यू अवॉर्ड दिया गया और उनकी एक्टिंग को भी काफी सराहा गया. इसके बाद उन्होंने कई फिल्में दीं जिनमें 'लव के लिए कुछ भी करेगा', 'ओम जय जगदीश', 'हे बेबी' 'जानशीं' और 'ऑल द बेस्ट' जैसी फिल्में शामिल हैं, लेकिन अचानक ही फरदीन ने फिल्मों से ब्रेक लिया और वह कई सालों के लिए इंडस्ट्री से ओझल हो गए और जब वापसी की तो सभी उनका बदला हुलिया देख चौंक गए. मोटापे की वजह से फरदीन बिल्कुल भी पहचान में नहीं आ रहे थे. ऐसे में उन्हें कोई फिल्म भी नहीं मिल पाई.
हरमन बावेजा-
कभी ऋतिक रोशन जैसे दिखने वाले हरमन बावेजा बॉलीवुड में डेब्यू करते ही काफी सुर्खियों में आ गए थे. उन्हें ऋतिक रोशन के टक्कर का एक्टर माना गया. लुक में भी और डांस के मामले में भी. पिछले काफी सालों से हरमन बावेजा फिल्मों से दूर हैं इसलिए लाइमलाइट में भी नहीं रहते. हरमन 'व्हाट्स योर राशी' में प्रियंका चोपड़ा के साथ नजर आ चुके हैं. इसके अलावा 'लव स्टोरी 2050', 'ढिशक्याऊं', 'विक्ट्री' जैसी फिल्मों में भी वह नजर आ चुके हैं. हरमन और प्रियंका की अफेयर की खबरें भी मीडिया में खूब सुर्खियां बनी थीं.
उदय चोपड़ा-
2000 में रिलीज हुई शाहरुख खान और महानायक अमिताभ बच्चन की फिल्म 'मोहब्बतें' तो आपको याद ही होगी. इस फिल्म के जरिए मशहूर फिल्ममेकर यश चोपड़ा के बेटे उदय चोपड़ा ने अपने फिल्मी करियर का आगाज किया था. उदय चोपड़ा का लुक अब पूरी तरह से बदल चुका है. 'धूम' सीरीज की तीनों फिल्मों में फिट नजर आए उदय का लुक अब इतना बदल गया है कि उन्हें पहचानना नामुमकिन हैं. आखिरी बार 4 साल पहले फिल्म 'धूम-3' में नजर आए उदय काफी वक्त से सुर्खियों और बॉलीवुड इंडस्ट्री से दूर यूएस में बस गए हैं.
कुमार गौरव-
कुमार गौरव ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत 1981 में आई फिल्म 'लव स्टोरी' से की थी, जो उस समय की सुपरहिट फिल्मों में से एक थी. इसके कुछ दिनों बाद कुमार दिखे फिल्म 'तेरी कसम' में. इस फिल्म में इनकी हिरोईन थीं अभिनेत्री पूनम ढिल्लों. बता दें, दर्शकों ने इस जोड़ी को बहुत सराहा. साथ ही अपने लुक और गजब की स्टाइल के चलते कुमार उस दौर के यूथ आईकन बन गए. वक्त ने कुमार का ज्यादा साथ नहीं दिया और इसके बाद कुमार की फिल्मे सिनेमाहाल में दर्शकों को नहीं बटोर सकीं, जहां कुमार की डूबती नय्या को पार लगाने में लगभग 5 साल का समय लगा 1985 में आयी महेश भट्ट निर्देशित फिल्म 'जन्म' और 1986 में आई फिल्म 'नाम' ने इनको इनकी खोई पहचान वापस दिलाई. साथ ही फिल्म समीक्षकों ने इनके बेहतरीन अभिनय की काफी प्रशंसा की. लेकिन इसके बाद कुमार बॉलीवुड में सफल पारी नहीं खेल सके और फिर कहीं गुमनामी के अंधेरों में कहीं चले गए.
राहुल रॉय-
1990 की सुपरहिट म्यूजिकल ड्रामा फिल्म ‘आशिकी’ से एक्टर राहुल रॉय को जो पहचान मिली उससे उन्हें रोमांटिक हीरो, लवर बॉय जैसे कई नाम भी मिल गए, लेकिन उसके बाद उनकी आशिकी का जादू फिका पड़ने लगा. धीरे-धीरे वह फिल्मों से और फिर बॉलीवुड से ही गायब हो गए. पहली फिल्म इतनी बड़ी हिट थी कि 6 महीने तक लोग पर्दे पर देखते रहे, लेकिन आने वाली अगली लगभग 25 फिल्म पर्दे पर इतनी ही बुरी तरह पिटी कि राहुल का करियर ही खत्म हो गया. राहुल ने ‘फिर तेरी याद आई’, ‘जानम’, ‘सपने साजन के’, ‘गुमराह’ और ‘मझदार’ जैसी फिल्में कीं, कुल मिलाकर उन्होंने 25 फिल्में की, लेकिन उनमें से एक भी नहीं चली. फिलहाल राहुल ने कुछ फिल्मों का निर्देशन शुरू किया है, अब उनका एक राहुल रॉय प्रोडक्शन के नाम से प्रोडक्शन हाउस भी है. राहुल कभी-कभी बॉलीवुड की पार्टी में देखे जाते हैं.