'तितली' के बाद बारिश और भूस्खलन ने मचाई ओडिशा में तबाही, 12 लोगों की मौत
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'तितली' के बाद बारिश और भूस्खलन ने मचाई ओडिशा में तबाही, 12 लोगों की मौत

कयास लगाए जा रहे हैं कि जैसे-जैसे भूकंप और भूस्खलन का प्रकोप कम होगा, जिले में मौत की संख्या में इजाफा हो सकता है. 

फाइल फोटो

भुवनेश्नर : ओडिशा के गजपति जिले में आए तितली तूफान का कहर बेशक से टल गया हो, लेकिन जिले में भारी बारिश और भूस्खलन लोगों के लिए आफत बन गई है. जानकारी के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में जिले में मौत का आंकड़ा 12 पार कर गया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि जैसे-जैसे भूकंप और भूस्खलन का प्रकोप कम होगा, जिले में मौत की संख्या में इजाफा हो सकता है. 

विशेष राहत आयुक्त ने की मौत की पुष्टि
प्राकृतिक आपदा का कहर झेल रहे गजपति जिले में राहत और बचाव कार्य में लगे एक अधिकारी ने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान समुद्री तट के किनारे रहने वाले लोगों के घरों को हुआ है. वहीं, विशेष राहत आयुक्त बीपी सेठी ने 12 लोगों की मौत की पुष्टि की है. 

ओडिशा में कमोजर, लेकिन बंगाल में बना तितली का दबदबा
चक्रवात तितली शुक्रवार को गहरे दबाव में तब्दील होकर कमजोर हुआ और पश्चिम बंगाल में दाखिल हुआ है जिसके बाद मूसलाधार वर्षा हुई तथा ओड़िशा में तीन एवं पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत हो गई. चक्रवात और भारी वर्षा से पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मेदिनीपुर और झाड़ग्राम जिलों में भारी नुकसान हुआ. पश्चिमी मेदनीपुर में एक व्यक्ति की जान चली गई और राजमार्ग पांच पर कई पेड़ उखड़ गए. इस बीच, मौसम विभाग ने चेतावनी दी कि शनिवार तक पश्चिम बंगाल में गंगा नदी के आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है. उसने कहा कि चक्रवात गहरे दबाव में तब्दील होकर कमजोर हुआ है और पूर्वोत्तर दिशा में बढ़ रहा है.

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ओडिशा में 60 लाख से ज्यादा लोग हुए प्रभावित
ओडिशा में चक्रवात ‘तितली’ के कारण भारी बारिश से बाढ़ आने के कारण 60 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और प्रदेश सरकार ने तीन जिलों में बचाव और राहत अभियान को तेज करने के लिए एनडीआरएफ और ओडीआरएएफ कर्मियों को तैनात किया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दक्षिणी ओडिशा के तीन जिलों, गंजम, गजपति और रायगढ़ा में बाढ़ की स्थिति गंभीर हैं क्योंकि प्रमुख नदियों में जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है.

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