सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रवि शंकर और योग गुरू बाबा रामदेव के शामिल होने की उम्मीद भी जताई जा रही है.
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उदुपी (कर्नाटक): विश्व हिंदु परिषद् की ‘धर्म संसद’ शुक्रवार (23 नवंबर) से यहां शुरू होने जा रही है. आयोजकों के मुताबिक इसमें राम मंदिर का निर्माण, धर्मांतरण पर रोक और गौ रक्षा जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. इस तीन दिवसीय सम्मेलन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत द्वारा मुख्य भाषण दिया जाएगा.
सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रवि शंकर और योग गुरू बाबा रामदेव के शामिल होने की उम्मीद भी जताई जा रही है. ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक रवि शंकर ने लंबे समय से चल रहे अयोध्या विवाद में मध्यस्थता करने की पेशकश की थी और वह पहले ही कई पक्षकारों से इस संबंध में बात कर चुके हैं.
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आयोजकों ने बताया कि देशभर से दो हजार से ज्यादा संत, मठाधीश और वीएचपी नेता इस सम्मेलन में शामिल होंगे. इसमें जाति और लिंग के आधार पर होने वाले भेदभाव जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी और हिंदु समाज के बीच सौहार्द लाने के तरीकों की तलाश की जाएगी.
उदुपी के पेजावर मठ के ऋषि श्री विश्वेष तीर्थ स्वामी ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, गौ रक्षा, छुआछूत का सफाया, समाज सुधार और धर्मांतरण को रोकने जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. उन्होंने बताया कि धर्म संसद को “राजनीति और राजनीतिक एजेंडे” से पूरी तरह अलग रखा जाएगा और यह विशुद्ध रूप से हिंदु संतों का एक सम्मेलन होगा.
एक विशाल हिंदु समाजोत्सव के साथ संसद का समापन होगा जहां योगी आदित्यनाथ मुख्य भाषण देंगे.
(इनपुट - भाषा)