कुमाऊं की जोहार घाटी के रहने वाले रावत का जन्म 1830 में हुआ था. यह इलाका अब उत्तराखंड में है. रावत का निधन 1 फरवरी 1882 को मुरादाबाद में हुआ था. वे हैजा से पीड़ित थे.
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नई दिल्ली: गूगल ने 19वीं सदी के भारतीय खोजी नैन सिंह रावत के उपलब्धियों और उनके 187वें जन्मदिन का जश्न शनिवार (21 अक्टूबर) को डूडल के साथ मनाया. गूगल ने कहा, "उन्होंने एक सटीक माप गति को बनाए रखा. उन्होंने 2000 चरणों में एक मील को पूरा किया और एक माला का उपयोग करके उन चरणों को मापा. उन्होंने अपनी प्रार्थना चक्र और कौड़ी के खोल में एक कंपास छिपाया और यहां तक लोगों के एक भिक्षु के रूप में भ्रम में भी डाले रखा."
शनिवार (21 अक्टूबर) को गूगल ने डूडल में रावत को चित्रित किया. डूडल को हरि और दीप्ति पैनिकर ने डिजाइन किया है. सुनहरे रंग के डूडल में रावत खड़े होकर ऊंचे पर्वतों की दूसरी ओर सूर्य को देख रहे हैं. उनके पास एक ट्राइपोड स्टैंड भी नजर आ रहा है.
भारतीय खोजी नैन सिंह रावत की पांच खास उपलब्धियां
कुमाऊं की जोहार घाटी के रहने वाले रावत का जन्म 1830 में हुआ था. यह इलाका अब उत्तराखंड में है. रावत का निधन 1 फरवरी 1882 को मुरादाबाद में हुआ था. वे हैजा से पीड़ित थे.