ऑस्ट्रेलियाई PM का बयान- मोदी भारत को विकास के असाधारण रास्ते पर ले जा रहे हैं
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ऑस्ट्रेलियाई PM का बयान- मोदी भारत को विकास के असाधारण रास्ते पर ले जा रहे हैं

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने पीएम मोदी की सराहना की है. उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत तरक्की और विकास के असाधारण रास्ते पर बढ़ रहा है.

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने पीएम मोदी की सराहना की है. (तस्वीर के लिए साभार- पीआईबी)

नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने पीएम मोदी की सराहना की है. उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत तरक्की और विकास के असाधारण रास्ते पर बढ़ रहा है.

भारत की पूरी दुनिया में सराहना 

अपने स्वागत समारोह के दौरान ऑस्ट्रेलियाई पीएम मैल्कम टर्नबुल ने कहा कि हमारा भारत के साथ मजबूत रिश्ता है और इसे और मजबूत करना है. हम इतिहास और मूल्यों के द्वारा एक-दूसरे से जुड़े हैं. आज ऑस्ट्रेलिया में करीब 5 लाख लोग भारतीय मूल के हैं. इसलिए हम दोनों देश साझी नियति के लिए एक-दूसरे से जुड़े हैं और हम दोनों प्रधानमंत्री यह सुनिश्‍च‍ित करने की कोशिश करेंगे कि हमारे रिश्ते और मजबूत हों. दोनों देश तरक्की और विकास के रास्ते की असाधारण यात्रा पर आगे चल रहे हैं. आज भारत की उपलब्ध‍ियों की पूरी दुनिया में सराहना हो रही है. हम भारत के साथ रिश्ते को और गहरा करना चाहते हैं.

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री का आज सुबह राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत किया गया. टर्नबुल चार दिवसीय भारत के दौरे पर है. सम्भावना है कि वह प्रधान मंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान रक्षा, सुरक्षा, ऊर्जा और व्यापार जैसे मुद्दों पर बात कर सकते हैं.

दोनों देशों के बीच कई समझौते की उम्मीद

विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा, पर्यावरण, नवीन उर्जा, खेल और कारोबार सहित विभिन्न क्षेत्रों में समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर दस्तखत होने की उम्मीद है. वर्ष 2015 में कार्यभार संभालने के बाद टर्नबुल का देश का यह पहला दौरा होगा. भारत के ऑस्ट्रेलिया में कुछ भारतीयों पर हमले की घटनाओं की पृष्ठभूमि में उनकी सुरक्षा के मुद्दे को उठाने की संभावना है.  टर्नबुल के साथ आने वाले शिक्षा और प्रशिक्षण मंत्री सिमोन बर्मिंघम ने कहा है कि 2022 तक 40 करोड़ लोगों को कौशल प्रदान करने के लक्ष्य में ऑस्ट्रेलिया अपने अंतरराष्ट्रीय शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान की क्षमता की पेशकश करेगा.

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