अमरनाथ यात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच आज रवाना हुआ पहला जत्था
Advertisement

अमरनाथ यात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच आज रवाना हुआ पहला जत्था

अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था जम्मू बेसकैंप से रवाना हो गया. कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच बाबा अमरनाथ की वार्षिक यात्रा के लिए बुधवार सुबह श्रद्धालुओं का पहला जत्था जम्मू से पहलगाम व बालटाल के लिए रवाना हुआ. इस दौरान जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने जम्मू बेस शिविर से अमरनाथ यात्रा के पहले बैच को करीब सुबह साढ़े चार बजे  झंडी दिखाई.

बाबा अमरनाथ की वार्षिक यात्रा चालीस दिन की है

जम्मू: अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था जम्मू बेसकैंप से रवाना हो गया. कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच बाबा अमरनाथ की वार्षिक यात्रा के लिए बुधवार सुबह श्रद्धालुओं का पहला जत्था जम्मू से पहलगाम व बालटाल के लिए रवाना हुआ. इस दौरान जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने जम्मू बेस शिविर से अमरनाथ यात्रा के पहले बैच को करीब सुबह साढ़े चार बजे  झंडी दिखाई.

गौरतलब है कि पवित्र गुफा में शिवलिंग के पहले दर्शन 29 जून को होंगे. पहले दिन राज्यपाल एनएन वोहरा, अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ उमंग नरूला व अन्य अधिकारियों के साथ पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना करेंगे.

यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है

जम्मू से रवाना होने वाले पहले जत्थे में दो हजार से अधिक श्रद्धालु  रवाना हुए. इसके अलावा हजारों श्रद्धालु जम्मू में रुके बिना सीधे भी पहलगाम व बालटाल जाएंगे. उधर, पहलगाम व बालटाल में भी करीब पांच सौ श्रद्धालु पहुंच चुके हैं.कश्मीर में मौजूदा हालात को देखते हुए यात्रा के लिए सुरक्षा प्रबंध काफी पुख्ता किए गए हैं.

बाबा अमरनाथ की वार्षिक यात्रा चालीस दिन की है. यात्रा रक्षा बंधन वाले दिन सात अगस्त को संपन्न होगी. राज्य में आंतकियों की गतिविधियां बढ़ने से यहां यात्रा पर आतंकवादी हमले की संभावना है हालांकि प्रशासन ने सुरक्षा पैमाने को उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया है और कहा कि यात्रियों की सुरक्षा के पूरे इंतजाम हैं. जम्मू से गुफा तक का रास्ता 200 किलोमीटर की दूरी पर है. इस यात्रा के लिए 2.30 लाख यात्रियों ने पंजीकरण कराया है.

सारे इंतज़ामों पर रखी जा रही है नज़र 

राज्यपाल ने पवित्र गुफा कैम्प निदेशकों को ले-आउट प्लान में चिन्हित क्षेत्रों में टैंट, दुकानें और लंगर स्थापित करने को कहा तथा सेना व सेना सुरक्षा टुकड़ियों को क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. राज्यपाल ने कहा कि पर्याप्त साफ-सफाई के लिए भी प्रबंध किए जाने चाहिए और सारे कचरे को पर्याप्त रूप से नष्ट करने के लिए गहरे खड्डे खोदे जाने चाहिए. 

पंचतरणी बेस कैम्प में राज्यपाल ने कैम्प निदेशक रंजीत सिंह, सेना, सुरक्षा बलों तथा विभिन्न संबंधित अधिकारियों के साथ बिजली, पानी, स्नानघरों व शौचालयों आदि के प्रबंधों का जायजा लिया. 

40 दिन लंबी यात्रा बुधवार से हुई शुरू

यह 40 दिन लंबी अमरनाथ तीर्थयात्रा कल जम्मू से शुरू हुई, यह स्थान गुफा से 200 किलोमीटर की दूरी पर है. अमरनाथ की पवित्र गुफा दक्षिणी कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है. इस यात्रा के लिए 2.30 लाख यात्रियों ने पंजीकरण कराया है.

अनंतनाग और गंदेरबाल जिलों के पहलगाम और बालटाल आधार शिविर से कल 4,000 यात्रियों के पहले जत्थे को उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने हरी झंडी दिखाई.

खुफिया सूचना में आतंकी हमले की चेतावनी

पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान द्वारा सेना, सीआरपीएफ और राज्य के कई डीआईजी को लिखे गए खत में कहा गया है,'एसएसपी अनंतनाग से प्राप्त किए गए खुफिया इनपुट के मुताबिक आतंकवादियों को 100 से 150 श्रद्धालुओं और करीब 100 पुलिस अधिकारियों की हत्या करने को कहा गया है.' महानिरीक्षक ने खत में कहा है, 'इनपुट को एचयूएमआईएनटी (हयूमन इंटेलिजेंस) के तौर पर देखा गया है और आगे इसकी पुष्टि की जरूरत है.' उन्होंने कहा कि इस स्तर पर किसी आतंकवादी संगठन द्वारा हमले की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता है. 

खत में कहा गया है, 'यात्रा दस्ते पर हमला गोलीबारी के रूप में हो सकती है, जिससे देश में सांप्रदायिक तनाव फैल सकता है.' ये खत वाट्सएप्प ग्रुप में भी शेयर हो रहे हैं. उन्होंने खत में यह भी पूछा है कि किसकी कॉपी लीक होकर सोशल मीडिया में वायरल हो रही है. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एस पी वैद ने कहा है कि किसी ने लोगों में घबराहट पैदा करने के लिए इसे फैलाया है. 

40,000 जवानों की तैनाती

पुलिस, सेना, बीएसएफ और सीआरपीएफ को मिलाकर यहां 35,000 से 40,000 सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. सीआरपीएफ के विशेष महानिदेशक एस एन श्रीवास्तव ने कहा कि इस यात्रा को किसी भी घटना से बचाने के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा तंत्र स्थापित किया गया है.

खुफिया चेतावनी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'मैं सार्वजनिक रूप से इस पर बात करना नहीं चाहूंगा लेकिन आप कश्मीर की स्थिति को जानते हैं. हमने खुफिया इनपुट के आधार पर मापदंड बनाए हैं और सुरक्षा का सही इंतजाम किया है.'

 

Trending news